Bihar News: बिहार के इन जिलों में इंडस्ट्रियल हब का निर्माण, रोजगार की आने वाली है बाढ़.. Bihar News: बिहार के इन जिलों में एयरपोर्ट का निर्माण, गया हवाई अड्डे को बनाया जाएगा इस मामले में खास.. ISM पटना में व्याख्यान का आयोजन: इसके माध्यम से युवाओं को मिला लैंगिक संवेदनशीलता का संदेश Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला...इस विभाग में 459 लिपिक की होगी बहाली..इन आंदोलनकारियों की पेंशन राशि में भारी वृद्धि अररिया में लूट की कोशिश नाकाम: एक्सीडेंट में घायल हुए दो बदमाश, ग्रामीणों ने हथियार के साथ पकड़ा Bihar Education News: 1st Bihar की खबर का बड़ा असर, भ्रष्टाचार में लिप्त A.E. की सेवा होगी समाप्त.. शिक्षा विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, करप्शन की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी Patna News: पटना में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन से होगी निगरानी Patna News: पटना में गंदगी फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, इस दिन से अभियान शुरू Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर क्यों तोड़ी जाती है दही हांडी? जानिए... इस परंपरा का इतिहास और महत्व Bihar News: बिहार में मिला इतने हजार करोड़ का खनिज, खजाने की ई-नीलामी की तैयारी में जुटी केंद्र सरकार
1st Bihar Published by: Prashant Updated Tue, 27 Feb 2024 03:14:03 PM IST
- फ़ोटो
GAYA: पितरों के मोक्ष के लिए गया में पिंडदान करने का खास धार्मिक महत्व होता। गया में पितृपक्ष मेला के दौरान लाखों की संख्या में लोग अपने पितरों के मोक्ष के लिए आते ही है, अन्य दिनों में भी पिंडदान करने वाले लोग बड़ी संख्या में गया पहुंचते हैं। इसी कड़ी में ताइवान से गया पहुंचे 6 विदेशी नागरिकों ने फल्गु नदी के तट पर अपने पितरों का पिंडदान किया।
ताइवान के नागरिकों ने मोक्षदायिनी फल्गु नदी के तट पर पूरे विधि विधान के साथ श्राद्ध कर्म की प्रक्रिया शुरू की और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना की शुरुआत कर अपने पितरों का पिंडदान किया। इस मौके पर पुरोहित रंजित लाल पाठक ने बताया कि ये लोग अपने पितरों के पिंडदान के लिए साल 2023 से ही गया पहुंच रहे हैं। पहले ये दो चार लोगों को लेकर आते थे लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ गई है।
पुरोहित ने कहा कि धीरे-धीरे पूरे विश्व में सनातन संस्कृति का विस्तार हो रहा है। यही कारण है कि दूसरे देशों से भी बड़ी संख्या में विदेशी लोग अपने पुर्वजों का पिंडदान करने गया पहुंच रहे हैं। अपने पूर्वजों के आत्मा की शांति के लिए ये लोग आते हैं। इनको हिन्दू सभ्यता से बहुत लाभ हो रहा है। वहीं चाइनीज गाइड गंगाधर ने बताया कि ताइवान के पर्यटक बीते 15 सालों से गया आ रहे हैं और यहां पिंडदान कर रहे हैं। यहां से पिंडदान कर जाते हैं तो वे बताते हैं कि गया में पुर्वजों का श्राद्ध करने से उन्हें बड़ा सुकून मिलता है।
उन्होंने बताया कि सभी ताइवानी पर्यटक गया के बाद वाराणसी, हरिद्वार और फिर ऋषिकेश होते हुए दिल्ली जाएंगे। वहां से फिर वे अपने वतन वापस लौट जाएंगे। विदेशी पर्यटकों ने बतया कि बेशक वे ताइवानी हैं लेकिन हिन्दू परम्परा में उनकी बड़ी आस्था है, इससे जीवन मे बड़ा सुकून मिलता है। पूर्व में जो ताइवानी गया में अपने पूर्वजों का श्राद्ध कर चुके हैं वे शांतिमय जीवन व्यतीत कर रहे हैं।