1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 28 Sep 2023 01:25:30 PM IST
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PATNA : यह बिरादरी की लड़ाई नहीं है। यह एक समाज विशेष को एक व्यक्ति ने जो गाली दी है।उसके खिलाफ संघर्ष है। उनके द्वारा एक व्यक्ति को नहीं गाली नहीं दी गई। एक धर्म को टारगेट किया गया जिसका शानदार बलिदानी था और इतिहास है। अगर आप उसे समाज पर उंगली उठेगी तो आनंद मोहन बोलेगा।
इसके आगे आनंद मोहन ने कहा कि - यदि सदन में किसी जाति विशेष पर टिप्पणी की जाती है तो ये कार्यवाही में दर्ज हो जाता है। ये गालियां दी मेरी आपत्ति वहां है। एक जाती विशेष को टारगेट करके। संदर्भ से बाहर जाकर बातें कही गई। महिला आरक्षण बिल पर बातें हो रही थी तो उसमें जानबूझकर ठाकुर का कुआं लाया गया। यह एक बीमार मानसिकता का परिचय है। मैं इसके खिलाफ खड़ा हूं।
आनंद मोहन ने कहा कि पहले लोग तब दाढ़ी बनाते थे तो फिटकरी का उपयोग करते थे। फिटकरी का एक बड़ा काम है।एक फिटकरी झा है वह नहीं चाहता है कि इस देश में कृषक समाज है वो एक साथ हो। मेरा एजेंट बनकर बैठे हुए हैं भाजपा के। मैं इनके बड़े पिताजी का कहानी जानता हूं। पहले खुद को बहुत बड़े समाजवादी बना बताते थे लेकिन जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनी तो समाजवादी का चोला उतार कर कांग्रेस में जाकर मंत्री बन गए। ऐसे में लोग जब ऐसे तभी तक होंगे होंगे जब तक इनको राजद पावर में लगेगी।
उधर, महिला आरक्षण बिल को लेकर आनंद मोहन महिला आरक्षण के विरोध में होते तो फिर बात ही कुछ और होती। महिला बल आरक्षण बिल पर हमारा इतिहास रहा है। राज नारायण जी के बाद 36 वर्षों के बाद सदन में दूसरा मार्शल आउट आनंद मोहन का हुआ था इसी महिला आरक्षण बिल के सवाल पर। तब मेरे हाथ कटे थे सर में शीशे चुभे हुए थे।लोग महिला बिल के सवाल पर भाषण देते हैं और आनंद मोहन का लहू बहा है। लोग भाषण देते हैं पक्ष और विपक्ष में लवली आनंद की गिरफ्तारी हुई है। आधी आबादी को आधा हक के सवाल पर। हम पहले ही कर चुके हैं क्या करते- हम फिर से इसका प्रोटेस्ट करते और मार्शल आउट होते हैं लेकिन हर कीमत पर इसको रोक देते। यह बातें जेल से बाहर आए पूर्व बाहुबली सांसद आनंद मोहन ने कही है।