1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 16 Dec 2024 11:50:43 PM IST
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सनातन धर्म में पौष महीने का विशेष महत्व है, जिसमें कई प्रमुख व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं। इस महीने की खासियत यह है कि इसमें लोहड़ी मनाई जाती है और पौष पूर्णिमा से कुंभ मेला की शुरुआत होती है। इस दौरान पहला शाही स्नान भी किया जाता है। ज्योतिष के अनुसार, इस महीने का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ने वाला है, खासकर व्यापार के दाता बुध देव और सुखों के कारक शुक्र देव के नक्षत्र और राशि परिवर्तन के कारण। खासकर मिथुन और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह समय विशेष रूप से शुभ रहेगा।
बुध देव का नक्षत्र परिवर्तन
22 दिसंबर को बुध देव नक्षत्र परिवर्तन करेंगे और प्रात: 06 बजकर 51 मिनट पर ज्येष्ठा नक्षत्र में गोचर करेंगे। बुध देव इस नक्षत्र में 12 दिनों तक रहेंगे, इसके बाद वे मूल नक्षत्र में गोचर करेंगे। बुध देव के इस गोचर से व्यापार, मानसिक स्थिति और सेहत पर असर पड़ेगा, खासकर कुछ राशियों के लिए यह समय खास होने वाला है।
मिथुन राशि: बुध देव की कृपा से लाभ
मिथुन राशि के जातकों को बुध देव के नक्षत्र परिवर्तन से विशेष लाभ होगा। इस समय बुध देव मार्गी चाल में चलकर धनु राशि में गोचर करेंगे, जबकि मिथुन राशि के स्वामी भी बुध देव ही हैं। बुध देव की कृपा से कारोबार में तेजी आएगी, कर्ज की समस्या से मुक्ति मिल सकती है और मानसिक तनाव भी दूर होगा। साथ ही पेट संबंधी परेशानियों से राहत मिल सकती है। भगवान गणेश की पूजा करते समय दूर्वा और मोदक अर्पित करें तथा हरी सब्जी और हरे रंग के फलों का दान करें।
वृश्चिक राशि: बुध देव का विशेष असर
वृश्चिक राशि के जातकों पर विशेष रूप से बुध देव की कृपा बरसने वाली है क्योंकि बुध देव का गोचर ज्येष्ठा नक्षत्र में हो रहा है, जो वृश्चिक राशि के जातकों का नक्षत्र है। इस गोचर से वृश्चिक राशि के जातकों को करियर और कारोबार में लाभ मिलने की संभावना है। उनकी तार्किक शक्ति बढ़ेगी और वे अपनी बातों से दूसरों को प्रभावित करने में सफल होंगे।
कारोबार से जुड़ी यात्रा भी संभव है। इन विशेष राशियों के लिए यह समय शुभ रहेगा, और इनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।