Bihar Weather: 15 अगस्त को बिहार के इन जिलों में होगी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Vaishali-Encounter: मारा गया कुख्यात अपराधी, पुलिस के साथ मुठभेड़ में हुआ ढेर--एसटीएफ का एक जवान घायल Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, डायल 112 के जवानों ने भागकर बचाई जान; 18 लोगों पर केस दर्ज बिहार में जीविका योजना से बदली महिलाओं की जिंदगी, 57 हजार करोड़ का मिला ऋण Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी
1st Bihar Published by: Updated Sat, 12 Feb 2022 04:44:31 PM IST
- फ़ोटो
DESK: देश के जाने-माने उद्योगपति राहुल बजाज का निधन हो गया है। शनिवार को पुणे में 83 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। लंबे समय से वे कैंसर से पीड़ित थे। राहुल बजाज करीब 50 सालों तक बजाज ग्रुप के चेयरमैन थे। उन्हें पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था।
बजाज ग्रुप की ओर से बताया गया कि बेहद दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि राहुल बजाज अब हमारे बीच नहीं रहे। राहुल बजाज का निधन शनिवार की दोपहर में हुआ। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी ट्वीट करके यह जानकारी दी है।
बता दें कि बजाज ऑटो भारतीय कारोबार खासकर ऑटोमोबाइल क्षेत्र में जाना-माना नाम रहा है। पिछले साल अप्रैल में उन्होंने बजाज ऑटो के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था।
राहुल बजाज का जन्म 10 जून 1938 को कोलकाता में हुआ था। मारवाड़ी बिजनेसमैन परिवार से ताल्लुक रखने वाले राहुल बजाज ने लंबे वक्त तक बजाज ग्रुप की जिम्मेदारी संभाली थी। 1965 में बजाज की कमान उनके हाथ में थी। करीब 50 साल तक वे बजाज ग्रुप के चेयरमैन रहे। 2001 में उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
स्वतंत्रता सेनानी जमनालाल बजाज के वे पोते थे। उनकी पढ़ाई दिल्ली के ही सेंट स्टीफेंस कॉलेज से हुई थी। मुंबई से उन्होंने लॉ की डिग्री हासिल की। उनके नेतृत्व में बजाज ऑटो का टर्नओवर 7.2 करोड़ से 12 हजार करोड़ तक पहुंच गया और देश की अग्रणी स्कूटर और दोपहिया वाहन बेचने वाली कंपनी बन गई थी।