Bihar Elections : सहनी के लिए तेजस्वी ने अपने कैंडिडेट को पार्टी से निकाला, अब गौड़ा बौराम सीट पर किसे समर्थन देंगे लालू यादव हो गया क्लियर Bihar Election 2025: PM मोदी के कैमूर दौरे की तैयारी तेज, इस दिन विशाल जनसभा को करेंगे संबोधित Bihar Election 2025: ‘बंटना नहीं है, अगर बंटेंगे तो कटेंगे.. याद रखिएगा’, सीएम योगी ने अप्पू, पप्पू और टप्पू से बिहार के लोगों को किया सावधान Bihar News: बिहार चुनाव के बीच EOU का बड़ा एक्शन, इतने AI जेनरेटेड फेक वीडियो को किया ब्लॉक; रडार पर कई YouTube चैनल्स Anant Singh Arrest : 14 दिन के लिए जेल में बंद अनंत सिंह से नहीं होगी किसी की भी मुलाकात, खास सुविधाएं नहीं मिलेंगी Bihar BSSC Stenographer Recruitment 2025: बिहार में युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी, BSSC ने इन पदों पर निकाली भर्ती; जानें कैसे करें आवेदन? Dularchand Yadav Murder : टाल में कहां से आया रेलवे का पत्थर होगी जांच, मोकामा में बोले ललन सिंह -अनंत सिंह को साजिश के तहत फंसाया गया Bihar Election 2025: भागलपुर में नीतीश कुमार का बड़ा बयान, कहा- “पहले की सरकार फालतू थी, अब हर घर में रोशनी और सुरक्षा” Dularchand Yadav murder : दुलारचंद की हत्या से पहले कुर्ता खोलते हुए वीडियो आया सामने,सोशल मीडिया पर वायरल इस सबूत से होगा दूध का दूध और पानी का पानी Bihar Crime News: हॉस्टल में नौंवी के छात्र का शव फंदे से लटकता मिला, इलाके में सनसनी
1st Bihar Published by: KHUSHBOO GUPTA Updated Mon, 24 Feb 2025 09:44:11 AM IST
सांकेतिक तस्वीर - फ़ोटो google
BJP Leader death in Ayodhya: अयोध्या के स्थानीय बीजेपी नेता डॉ. बीडी द्विवेदी का निधन उनकी कार में ही हो गया, जब उनके परिवार वाले उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे। परिवार वालों ने बताया कि शहर में जगह-जगह लगे बैरिकेड्स के कारण वे समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सके जिसके कारण कार में ही उनका निधन हो गया। दिवंगत बीडी द्विवेदी के बेटे राहुल ने आपबीती सुनाते हुए कहा, "हमें बैरिकेड्स पार करने में कई बाधाओं का सामना करना पड़ा। मैं कहूंगा कि समय पर अस्पताल न पहुंच पाना शनिवार को मेरे पिता की मौत का कारण बना, क्योंकि हमें अस्पताल पहुंचने में दो घंटे लग गए। हम एंबुलेंस का इंतजार भी नहीं कर सकते थे, क्योंकि एंबुलेंस को भी हम तक पहुंचने में एक से दो घंटे लग रहे थे।"
परिवार के सदस्यों के अनुसार, डॉ बीडी द्विवेदी (62) को शनिवार सुबह सीने में दर्द और बेचैनी महसूस हुई, इसलिए उन्होंने अपनी पत्नी, बेटे और ड्राइवर के साथ अयोध्या के स्थानीय श्रीराम अस्पताल जाने का प्रयास किया। लेकिन देवकाली बैरियर पर उनकी गाड़ी रोक दी गई। परेशान परिवार ने बैरियर खोलने के लिए मौजूद इंस्पेक्टर और पुलिस अफसरों से गुहार लगाई और थाना प्रभारी और एसएसपी को भी फोन किया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। आख़िरकार एक घंटे पंद्रह मिनट बाद बैरियर खोला गया, लेकिन रास्ते में कई बैरियर होने की वजह से डॉ. द्विवेदी की गाड़ी अस्पताल नहीं जा सकी। उन्होंने राम पथ से होते हुए उदय चौराहा तक पहुँचने का आख़िरी रास्ता चुना, लेकिन फिर से उन्हें रोक दिया गया।
परिवार के सदस्यों ने बताया कि इसके बाद परिवार फैजाबाद के जिला अस्पताल की ओर चल पड़ा, लेकिन तब तक दो घंटे बीत चुके थे और द्विवेदी की रास्ते में ही मौत हो गई। द्विवेदी की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा की अयोध्या इकाई के मीडिया प्रभारी दिवाकर सिंह ने इस घटना को "बेहद दुखद" करार दिया। सिंह ने कहा, "प्रशासन केवल बाहरी लोगों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। अगर डॉ. द्विवेदी समय पर अस्पताल पहुंच जाते तो कम से कम परिवार को संतुष्टि तो मिलती।" वहीं अयोध्या के महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, मृतक के घर गए और उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि, "हम चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने के लिए अयोध्या में विभिन्न स्थानों पर एम्बुलेंस की व्यवस्था कर रहे हैं।"