ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद को लेकर खूनी खेल, फरियाद लेकर थाने पहुंचे लोगों को पुलिस ने भगाया Bihar Crime News: बिहार से आई बेहद शर्मनाक तस्वीर, दबंगों ने मर्यादा को किया तार-तार; सरेआम महिलाओं के सामने की गंदी हरकत Bihar Crime News: बिहार से आई बेहद शर्मनाक तस्वीर, दबंगों ने मर्यादा को किया तार-तार; सरेआम महिलाओं के सामने की गंदी हरकत Bihar Crime News: पुलिस की कस्टडी से चकमा देकर कैदी फरार, पटना सिविल कोर्ट में पेशी से पहले भागा Bihar Crime News: पुलिस की कस्टडी से चकमा देकर कैदी फरार, पटना सिविल कोर्ट में पेशी से पहले भागा Bihar Crime News: बिहार में माहौल खराब करने की कोशिश, शरारती तत्वों ने हनुमान मंदिर को तोड़ा; ग्रामीणों ने किया भारी बवाल Bihar News: हजार करोड़ से ज्यादा खर्च कर यहां होगा फोरलेन सड़क का निर्माण, लाखों लोगों को फायदा Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर AAP का बड़ा एलान, पटना पहुंचे केजरीवाल के नेता ने बताया चुनावी प्लान Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर AAP का बड़ा एलान, पटना पहुंचे केजरीवाल के नेता ने बताया चुनावी प्लान Bihar Crime News: पटना के इस मशहूर मंदिर में खूनी खेल, बदमाशों ने युवक के सिर में दागी गोली; हत्या की वारदात से हड़कंप

BJP के मंत्री का बड़ा बयान..शिवाजी महाराज नहीं होते तो मेरा नाम कलीमुद्दीन होता

बीजेपी के मंत्री ने छत्रपति शिवाजी महाराज के योगदान पर यह बयान दिया है। उनका कहना था कि आज उनका भी नाम कलीमुद्दीन रहता यदि शिवाजी महाराज नहीं होते।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 20 Feb 2025 04:12:21 PM IST

politics

भाजपा नेता का बयान - फ़ोटो GOOGLE

DESK: यदि शिवाजी महाराज नहीं होते तो मेरा नाम कलीमुद्दीन होता। यह कहना है कि मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का.. उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज के कारण ही मालवा और उसके आसपास के क्षेत्रों में मुगलों का प्रवेश नहीं हो सका था। उस वक्त यदि शिवाजी महाराज नहीं होते, तो आज उनका नाम कैलाश की जगह 'कलीमुद्दीन' होता..


मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने छत्रपति शिवाजी महाराज के योगदान पर बयान देकर चर्चा में बने हुए हैं। उनका कहना है कि  अगर शिवाजी महाराज नहीं होते तो आज उनका नाम कैलाश की जगह 'कलीमुद्दीन' होता। शिवाजी महाराज के इस योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका साहस और संघर्ष ही था कि जिसके कारण भारत के कई हिस्सों में मुगलों की दखलंदाजी रुक पाई।