Life Style: गर्मियों में इसके पत्तों का सेवन क्यों है जरूरी? जानिए.. इसके 5 चमत्कारी फायदे Samastipur Snake Catcher: नहीं रहे 'सांपों के मसीहा' जय सहनी, जिनकी जिंदगी बचाने को रहते थे हमेशा तत्पर, उन्हीं में से एक ने ले ली जान Parent-child relation: बच्चों को शर्मिंदा कर देती हैं पैरेंट्स की ये आदतें, जानिए क्यों बच्चे बनाने लगते हैं दूरियां Bihar Assembly Election 2025: जहानाबाद में बिछने लगी बिसात...NDA में किसके खाते में जाएगी सीट ? दर्जन भर हैं दावेदार..किनका टिकट होगा फाइनल,जानें... IPL2025: "हमें विनम्र बने रहने की जरुरत", अंकतालिका में टॉप पर जाने के बाद हार्दिक और सूर्या का बड़ा बयान, फैंस बोले "ये दोनों MI के पिलर हैं" Made in India: डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ वॉर के बाद अमेरिका में 'मेड इन इंडिया' की गूंज! Gold theft jewellery shop: थानेदार बनकर आया, लाखों के गहने ले उड़ा, CCTV फुटेज देख दंग रह गया दुकानदार! Bihar Politics: "नीतीश को साइडलाइन करने की हिम्मत किसी में नहीं": मनोज तिवारी.. चिराग के भविष्य और पवन सिंह के BJP में आने पर भी बोले Road Accident Death : कुछ महीने पहले हुई थी शादी, अब सड़क हादसे में सुप्रीम कोर्ट के वकील की मौत,पत्नी घायल Caste Census: बिहार चुनाव और पहलगाम हमले से है जातीय जनगणना का कनेक्शन? विपक्ष के तीखे सवालों के बाद जनता सोचने पर मजबूर
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 08 Mar 2025 10:21:44 PM IST
मुकेश सहनी का आह्वान - फ़ोटो GOOGLE
VAISHALI: विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी ने आज लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि आप सभी भी अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए सपने देखिए। जब सपना देखेंगे तभी उसे पूरा करने के लिए भी प्रयास करेंगे।
मुकेश सहनी आज वैशाली जिला के भगवानपुर प्रखंड के पट्टी बंधू राय में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जब बच्चे शिक्षित हो जाएंगे तो वे अपना अधिकार समझेंगे और उसे लेने के लिए संघर्ष करेंगे। उन्होंने खुद का उदाहरण देते हुए कहा कि हम भी गरीब के घर ही पैदा हुए थे, लेकिन संघर्ष कर मुंबई में मुकाम बनाया। वहां हम अच्छी जिंदगी जी रहे थे, लेकिन हमें अपने समाज की चिंता सताने लगी। हम बिहार की धरती पर अपने समाज के लिए संघर्ष करने पहुंच गए।
आज लोग चांद पर घर बनाने की सोच रहे हैं, लेकिन हमारे समाज के लोगों के लिए जमीन पर घर नहीं है। आज हम लोग अपने अधिकार के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जब आपने हमें नेता, भाई और बेटा माना तो हम लोगों से लोग डरने लगे। आज निषाद के आरक्षण के लिए हम लड़ाई लड़ रहे हैं। अन्य राज्यों में आरक्षण है।
उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि हम लोग कामयाब होंगे लेकिन यह लड़ाई सिर्फ हमारे लड़ने से नहीं होगी। इसके लिए हम सबको आने वाली पीढ़ी के लिए लड़ना होगा। जब एक पीढ़ी आगे निकल जाएगी तो फिर लौटकर पीछे मुड़कर नहीं देखना होगा। उन्होंने समाज में भाईचारा बनाकर रहने की भी बात कही।
उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए कहा कि अगर आप जागरूक नहीं होंगे तो आपका अधिकार दूसरे लोग लूट लेते हैं। अगर हम पहले जाग गए होते तो निषाद को आरक्षण मिल गया होता। आज सभी जातियों के लोग कलेक्टर मिल जाएंगे, लेकिन निषाद का बेटा नहीं मिलेगा।