Bihar Crime News: 10 लाख की रंगदारी मांगने वाले तीन अपराधी अरेस्ट, बिहार पुलिस और STF की संयुक्त कार्रवाई Bihar News: सड़क किनारे खड़े ट्रक से टक्कर के बाद चाय दुकान में घुसा तेज रफ्तार हाइवा, बाल बाल बची लोगों की जान Bihar News: सड़क किनारे खड़े ट्रक से टक्कर के बाद चाय दुकान में घुसा तेज रफ्तार हाइवा, बाल बाल बची लोगों की जान Bihar Crime News: बिहार में लोजपा (रामविलास) का नेता अरेस्ट, नाबालिग छात्रा के किडनैपिंग केस में पुलिस ने दबोचा Bihar Crime News: बिहार में लोजपा (रामविलास) का नेता अरेस्ट, नाबालिग छात्रा के किडनैपिंग केस में पुलिस ने दबोचा बिहार में शादी की खुशियां मातम में बदलीं: बारात से पहले डीजे ट्रॉली ने 10 से अधिक महिला और बच्चों को रौंदा; हादसे में 13 वर्षीय बच्ची की मौत बिहार में शादी की खुशियां मातम में बदलीं: बारात से पहले डीजे ट्रॉली ने 10 से अधिक महिला और बच्चों को रौंदा; हादसे में 13 वर्षीय बच्ची की मौत Bihar News: बिहार के असिस्टेंट जेल सुपरिटेंडेंट पर यौन शोषण के आरोप, SP ऑफिस में महिला ने काटी अपनी नस; किया भारी बवाल Bihar Bhumi: जमीन रजिस्ट्री के कितने दिनों बाद तक होगा दाखिल खारिज? डिप्टी CM ने अफसरों को दे दिया बड़ा टास्क.. Bihar Bhumi: जमीन रजिस्ट्री के कितने दिनों बाद तक होगा दाखिल खारिज? डिप्टी CM ने अफसरों को दे दिया बड़ा टास्क..
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Tue, 02 Dec 2025 12:33:16 PM IST
- फ़ोटो bihar vidhansabha tv
Bihar Assembly Speaker: बिहार की गया सीट से 9वीं बार चुनाव जीतने के बाद डॉ. प्रेम कुमार बिहार विधानसभा के अध्यक्ष चुने गए हैं। विधानसभा में अध्यक्ष की भूमिका को लोकतांत्रिक व्यवस्था की रीढ़ माना जाता है।
सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालित करने से लेकर विधायी प्रक्रियाओं को दिशा देने तक, अध्यक्ष के पास कई महत्वपूर्ण अधिकार और जिम्मेदारंयां होती हैं। सदन में होने वाली गतिविधियों पर नियंत्रण और लोकतांत्रिक मूल्यों के पालन को सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिक भूमिकाओं में शामिल है।
अध्यक्ष यह तय करते हैं कि सदन में किस सदस्य को कब और कितने समय के लिए बोलने का अवसर दिया जाए। आवश्यक परिस्थितियों में वे सदन की कार्यवाही को स्थगित या निलंबित भी कर सकते हैं। अनुशासन और व्यवस्था बनाए रखना भी उनकी प्रमुख जिम्मेदारी मानी जाती है। अनुशासन भंग करने वाले सदस्यों के खिलाफ निलंबन या निष्कासन जैसी कार्रवाई का अधिकार भी अध्यक्ष के पास होता है।
दलबदल विरोधी कानून (10वीं अनुसूची) के तहत किसी विधायक की अयोग्यता से जुड़े मामलों का अंतिम निर्णय भी अध्यक्ष ही लेते हैं। इसके अलावा वे विभिन्न विधानसभा समितियों के अध्यक्षों की नियुक्ति करते हैं और उनके कामकाज की निगरानी करते हैं। कार्यमंत्रणा समिति, नियम समिति और सामान्य प्रयोजन समिति जैसी महत्वपूर्ण समितियों की अध्यक्षता भी स्वयं विधानसभा अध्यक्ष करते हैं।
कानून निर्माण की प्रक्रिया में भी विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका अहम होती है। किसी विधेयक को धन विधेयक घोषित करने का अंतिम अधिकार उन्हीं के पास होता है। वे प्रस्तावों और संकल्पों को स्वीकार या अस्वीकार करने का अधिकार भी रखते हैं। इस प्रकार, अध्यक्ष न केवल सदन के संचालन के केंद्र में होते हैं बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को सुचारू और प्रभावी रूप से आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी भी निभाते हैं।