Khatu Shyam Ji: खाटू श्याम मंदिर में भक्तों की बढ़ रही भीड़, वार्षिक मेले की तैयारी तेज

खाटू श्याम जी मंदिर, जो देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं का आस्था का केंद्र है, में इन दिनों भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। खासकर नए साल के पहले दिन से ही बाबा श्याम के दर्शन के लिए भक्त लंबी कतारों में खड़े होकर दर्शन कर रहे हैं।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 14 Jan 2025 07:01:37 AM IST

Khatu Shyam Ji

Khatu Shyam Ji - फ़ोटो Khatu Shyam Ji

Khatu Shyam Ji: खाटू श्याम जी मंदिर, जो विश्व भर में श्रद्धालुओं के बीच प्रसिद्ध है, में भक्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। नए साल के पहले दिन से ही बाबा श्याम के दर्शन के लिए भक्त लंबी कतारों में खड़े होकर दर्शन कर रहे हैं। अब वार्षिक मेले तक खाटू श्याम जी मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहेगा, जो देश के विभिन्न हिस्सों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और हरियाणा से आकर बाबा के दरबार में शीश नवाते हैं।


इन दिनों, रींगस से खाटू धाम तक श्रद्धालु केसरिया निशान लेकर आ रहे हैं और दर्शन के लिए 14 कतारों में खड़े होकर बाबा श्याम के दर्शन कर रहे हैं। भक्तों की सुरक्षा और सुविधाओं का ध्यान रखते हुए मंदिर कमेटी और स्थानीय पुलिस प्रशासन भी अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। मंदिर की सुरक्षा और भक्तों की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए मंदिर प्रशासन और पुलिस कर्मी लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस दौरान बाबा श्याम को विशेष रूप से सजाया गया है, जिसमें गुलाब के फूलों से श्रृंगार और रत्न जड़ित मुकुट भी शामिल है। इसके साथ ही, बाबा श्याम का पौराणिक महत्व भी श्रद्धालुओं के बीच श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक बना हुआ है।


बाबा श्याम का मनमोहक श्रृंगार

बाबा श्याम को भक्तों की श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक मानते हुए बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया गया है। उनका श्रृंगार गुलाब के लाल और पीले फूलों से किया गया है, जो दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इसके अलावा, बाबा श्याम को रत्न जड़ित सोने का मुकुट भी पहनाया गया है, जिससे उनकी दिव्यता और बढ़ गई है।


बाबा श्याम का पौराणिक महत्व

बाबा श्याम को भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है। महाभारत युद्ध के समय बर्बरीक, भीम के पौत्र, के पास तीन शक्तिशाली तीर थे, जिनसे वह युद्ध का पलट सकते थे। भगवान कृष्ण ने बर्बरीक से उसका शीश दान में लिया और उन्हें भविष्य में श्याम के नाम से पूजा जाने का आशीर्वाद दिया। श्याम के रूप में बर्बरीक के भक्तों के जीवन में हारे के सहारे बने, और उनके जीवन में सुख-समृद्धि लाने का आशीर्वाद दिया गया। खाटू श्याम के दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह एक अत्यधिक धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभव होता है।