बेगूसराय में बाढ़ का कहर: 12 घंटे में 7 की मौत, प्रशासन पर लापरवाही का आरोप BIHAR: गंगा नदी में 100 KM बहकर बचा शख्स, बेंगलुरु से आने के बाद पटना में लगाई थी छलांग Bihar News: बिहार में पानी में डूबने से दो सगी बहनों की मौत, छोटी सी गलती और चली गई जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar Crime News: बिहार में एक धुर जमीन के लिए हत्या, चचेरे भाई ने लाठी-डंडे से पीट-पीटकर ले ली युवक की जान Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: बिहार में दर्दनाक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौत, मायके से लौटने के दौरान तेज रफ्तार वाहन ने रौंदा Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: पुनौरा धाम को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ने की कवायद शुरू, सड़क, रेल और हवाई मार्ग से होगी कनेक्टिविटी Bihar News: बिहार के स्कूल-कॉलजों में खुलेगी डिजिटल लाइब्रेरी, इतने करोड़ खर्च करेगी नीतीश सरकार
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 16 Jan 2025 07:00:14 AM IST
Griha Pravesh Niyam: - फ़ोटो Griha Pravesh Niyam:
Griha Pravesh Niyam: नया घर खरीदना और उसमें प्रवेश करना जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों में से एक होता है। यह न केवल एक भौतिक बदलाव होता है, बल्कि एक नए अध्याय की शुरुआत भी होती है। इस अवसर पर, गृह प्रवेश की विशेष पूजा और परंपराओं का पालन करना माना जाता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
गृह प्रवेश के प्रमुख प्रकार:
अपूर्व गृह प्रवेश: अपूर्व गृह प्रवेश वह होता है, जब घर में पहली बार प्रवेश करने के समय किसी विशेष दिन, जैसे शुभ मुहूर्त में प्रवेश किया जाता है। इस समय विशेष पूजा विधियों का पालन किया जाता है और घर को साफ करके नए सामान से सजाया जाता है।
सुपर्व गृह प्रवेश: सुपर्व गृह प्रवेश वह अवसर होता है, जब परिवार में पहले से ही कोई सदस्य घर में रहता हो, लेकिन घर में कुछ बदलाव करने या नए लोगों का प्रवेश करने के लिए गृह प्रवेश का आयोजन किया जाता है।
द्वंद्व गृह प्रवेश: द्वंद्व गृह प्रवेश का मतलब होता है दो या दो से अधिक परिवारों का एक ही समय में एक ही घर में प्रवेश करना। इस प्रकार के गृह प्रवेश में भी पूजा विधि और विशेष ध्यान रखा जाता है।
गृह प्रवेश पूजा के महत्वपूर्ण चरण:
दाहिना पैर पहले रखना: घर में प्रवेश करते समय दाहिना पैर पहले रखना शुभ माना जाता है। यह कार्य सकारात्मक ऊर्जा के स्वागत के रूप में देखा जाता है।
गणेश पूजा: भगवान गणेश की पूजा करने से घर में दरिद्रता का नाश होता है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। गणेश जी की पूजा घर में सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए की जाती है।
गंगाजल छिड़कना: घर में गंगाजल का छिड़काव करने से घर में शुद्धि और पवित्रता बनी रहती है। यह माना जाता है कि इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।
माँ लक्ष्मी की पूजा: माँ लक्ष्मी का पूजन घर में धन, सुख और समृद्धि का वास करता है। लक्ष्मी माता के सामने दीपक जलाना और फूलों का छिड़काव करना बेहद शुभ माना जाता है।
गृह प्रवेश के बाद घर में रखी जाने वाली चीजें:
घर को 40 दिनों तक खाली न छोड़ें: घर में प्रवेश के बाद इसे 40 दिनों तक खाली नहीं छोड़ना चाहिए, ताकि घर में ऊर्जा का संतुलन बना रहे।
घर में सभी सदस्य एक साथ सोएं: गृह प्रवेश की रात घर के सभी सदस्य एक साथ सोने का प्रयास करें। यह परिवार में प्यार और सामूहिकता को बढ़ावा देता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
घर में सफाई बनाए रखें: घर की सफाई को बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह न केवल घर को सुंदर बनाता है बल्कि इसे सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है।
गृह प्रवेश एक नए जीवन की शुरुआत है, और इसके साथ जुड़ी परंपराओं और पूजा विधियों का पालन करने से घर में सकारात्मकता और समृद्धि बनी रहती है। इन परंपराओं को समझकर और पूरी श्रद्धा के साथ इनका पालन करने से घर में सुख-शांति का वास होता है और परिवार के सभी सदस्य स्वस्थ और खुशहाल रहते हैं। यह लेख गृह प्रवेश से संबंधित सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है, ताकि आपके नए घर में प्रवेश करने का अनुभव और भी खास बन सके।