1st Bihar Published by: RAKESH KUMAR Updated Wed, 27 Aug 2025 06:20:31 PM IST
हम नहीं सुधरेंगे! - फ़ोटो SOCIAL MEDIA
ARRAH: बिहार में आए दिन घूसखोर पकड़े जा रहे हैं, इसके बावजूद लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसा लगता है कि इन लोगों ने हम नहीं सुधरेंगे की कसम खा ली है। लेकिन कहते हैं ना बुरे का काम का बुरा नतीजा होता है। एक ना एक दिन लालच के चक्कर ये पकड़े जाते है जिससे परिवार और समाज में उनकी बड़ी बदनामी होती है। मधुबनी में विजिलेंस की टीम ने उद्योग विभाग के एक कर्मचारी को 15 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया है। वही भोजपुर में भी आज एक घूसखोर पकड़ा गया है।
इस वक्त की बड़ी खबर बिहार के भोजपुर जिले से आ रही है। जहां निगरानी की टीम ने रिश्वत लेते एक प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गुलाम सरवर को गिरफ्तार किया है। दरअसल मामला भोजपुर जिले के शाहपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गुलाम सरवर से जुड़ा हुआ है। जहां शाहपुर प्रखंड के बंशीपुर विद्यालय में कार्यरत एक शिक्षक संतोष पाठक का पिछले दो वर्षों से कुल 8.54 लाख वेतन बकाया था। वेतन भुगतान को लेकर वो लगातार कार्यालय का चक्कर लगा रहे थे।
वही इस वेतन को रिलीज करने के लिए शाहपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गुलाम सरवर ने शिक्षक संतोष पाठक से कुल वेतन के 20% कमीशन मांग रहा था। लेकिन मामला एक लाख पर जाकर फिक्स हुआ। उसके बाद संतोष पाठक ने इसकी शिकायत पटना निगरानी विभाग में की। जहां निगरानी विभाग में मामला दर्ज होने के बाद जांच शुरू की गयी।
इस पूरे मामले का सत्यापन किया गया। उसके बाद शाहपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गुलाम सरवर की गिरफ्तारी के लिए निगरानी ने एक विशेष टीम का गठन किया और आज एक लाख रुपए रिश्वत लेते शाहपुर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी गुलाम सरवर को गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस की इस कार्रवाई से सरकारी कर्मचारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।
उधर मधुबनी में 15 हजार रूपये घूस लेते हुए निगरानी की टीम ने मोहम्मद मुसाहिद को गिरफ्तार किया है। वो उद्योग विभाग में MSME मित्र के पद पर तैनात था। निगरानी डीएसपी अरुनोदय पांडेय ने बताया कि साहरघाट थाना क्षेत्र के बसबरिया निवासी सुशील यादव ने 20 अगस्त को पटना निगरानी के दफ्तर में शिकायत दर्ज कराया था। जिसके बाद इस सूचना के सत्यापन करने के बाद बुधवार को विजिलेंस की टीम मधुबनी स्थित उद्योग विभाग के उस कार्यालय में पहुंची जहां मोहम्मद मुसाहिद तैनात था।
मधबनी में MSME मित्र मुसाहिद को इस दौरान शिकायकर्ता से 15 हजार रूपया घूस लेते निगरानी की टीम ने रंगेहाथ दबोच लिया। निगरानी डीएसपी ने बताया कि एमएसएमई मित्र मोहम्मद मुसाहिद खान के द्वारा सुशील से लघु उद्योग के लिए 2 लाख रुपये लोन की तीसरी किस्त जो 50 हजार रुपये बकाया था, जिसके भुगतान के लिए 15 हजार रुपए घूस की मांग की गयी थी। कहा गया था कि बिना चढ़ावा दिये काम नहीं होगा।
जिसे लेकर सुशील का काम मुसाहिद खान नही कर रहा था। आज बुधवार को कार्यालय में पैसे देने की बात तय हुई थी। सुशील पैसे लेकर मुसाहिद को देने पहुंचा था लेकिन निगरानी के जाल में वो फंस गया। विजिलेंस की टीम ने 15 हजार रुपए घूस लेते रंगे हाथ उसे दबोचा। निगरानी की टीम में पुलिस अवर निरीक्षक शशिकांत, इंस्पेक्टर नीरज कुमार पंजियार, ससि भूषण, पुलिस उपाधीक्षक वासिद अहमद शामिल थे।