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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 11 Feb 2025 03:57:57 PM IST
शव वाहन नसीब नहीं - फ़ोटो GOOGLE
Bihar news: मानवता को शर्मसार करने वाला मामला पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया से आ रही है जहां मरने के बाद 60 साल को शव वाहन नसीब नहीं हुआ तब परिजन डेड बॉडी को मोटरसाइकिल पर लादकर घर ले गये जिसके बाद शव का दाह संस्कार किया गया। शव को जब बाइक से घर लाया जा रहा था तभी किसी ने मोबाइल से वीडियो बना लिया वही अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो को देखकर हर कोई हैरान है और सरकार के दावों पर सवाल उठा रहे हैं। हालांकि फर्स्ट बिहार वायरल इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
बिहार में बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था का दावा आए दिन सरकार करती है। लेकिन इसकी यहां सभी व्यवस्था कागज पर ही दिखाई पड़ती हैं सरकार का यह दावा पश्चिम चंपारण में खोखला नजर आ रहा है। सरकारी मुलाजिम भी सारी व्यवस्था को कागज पर ही दिखाते रहते हैं। हम बात करते हैं एक ऐसे व्यक्ति की जो अपनी जिंदगी किसी तरह गुजर बसर कर काट ली लेकिन मरने के बाद भी उसे सरकार के तरफ से शव वाहन नहीं मिल पाया जिससे वह अपने घर तक पहुंच सके। आपने सुना होगा कि अस्पताल से शव को घर ले जाने के लिए निजी वाहन, शव वाहन या एंबुलेंस के द्वारा ले जाया जाता है। लेकिन एक परिवार ऐसा है जिसके पास शव ले जाने के लिए ना तो अपनी कोई निजी वाहन है और ना ही वाहन के नाम पर वह कोई एंबुलेंस भाड़ा कर सकता है। और ना ही अस्पताल द्वारा शव वाहन उपलब्ध कराया गया जिससे उसके शव को परिजन घर तक ले जाए।
परिजनों द्वारा जब चनपटिया रेफरल अस्पताल में इलाज के बाद हुई मौत पर कर्मियों से शव ले जाने के लिए एंबुलेंस या शव वाहन मांगा गया । लेकिन अस्पताल द्वारा बताया गया कि शव ले जाने के लिए यहां कोई एम्बुलेन्स नहीं है। फिर उसके बाद उसी गांव के एक समाजसेवी कमलेश ठाकुर अपनी मोटरसाइकिल पर शव को अस्पताल से लेकर 12 किलोमीटर दूर उनके घर शव पहुंचाते है।
दरअसल पश्चिम चंपारण जिले के साठी थाना क्षेत्र के नरकटियागंज व बेतिया मुख्य मार्ग स्थित तेज रफ्तार अज्ञात वाहन के चपेट में आने से पैदल जा रहे इस शख्स की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी। 112 पुलिस की टीम द्वारा बुजुर्ग को इलाज के लिए चनपटिया रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां डॉक्टर ने उस बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया।
जहां अस्पताल से घर ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधक द्वारा उन्हें किसी भी प्रकार की शव वाहन की व्यवस्था नहीं कराई गई जिससे परिजन बाइक पर ही बीच में शव को बैठाकर अपने घर ले गए। मृतक की पहचान सेमरी पंचायत के निवासी अध्याराम के रूप में की गई है। परिजनों के द्वारा उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बेतिया से संतोष कुमार की रिपोर्ट