Bihar News: पोखर से बरामद हुआ शिक्षक का शव, विवाद के बाद से थे लापता ₹1 लाख करोड़ की रोजगार योजना आज से लागू, लाल किले से PM MODI का बड़ा ऐलान गांधी मैदान से CM नीतीश ने की कई बड़ी घोषणाएं...नौकरी के लिए परीक्षा देने वालों के लिए खुशखबरी, परदेश से घर आने वालों के लिए बड़ी घोषणा, और भी बहुत कुछ जानें... Asia Cup 2025: भारत के स्टार ओपनर को चयनकर्ताओं का झटका, बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद नहीं मिलेगी टीम में जगह Bihar News: गांधी मैदान से CM नीतीश का ऐलान- बताई अपनी प्राथमिकता, पूर्व की सरकार पर भी साधा निशाना Bihar Weather: 15 अगस्त को बिहार के इन जिलों में होगी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Mon, 10 Feb 2025 04:50:29 PM IST
प्रतिकात्मक - फ़ोटो google
Bihar Land Survey: बिहार में विवादित जमीनों के सर्वे के लिए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार के इश फैसले के मुताबिक विषेश भूमि सर्वेक्षण में सिर्फ बिहार की विवादित जमीनों की मापी कराई जाएगी। इसको लेकर जिलों में विशेष भूमि सर्वेक्षण के तहत स्वघोषणा पत्र प्राप्त किए जा रहे हैं। इसके बाद अंचल अमीन जमीन पर जाकर उसकी मापी करेंगे।
विवादित जमीनों की मापी का काम ईटीएस यानी इलेक्ट्रॉनिक टोटल स्टेशन मशीन से किया जाएगा। स्पेशल लैंड सर्वे में विवादों को जड़ से खत्म करने के लिए पहली बार इस मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। मुजफ्फऱपुर के बंदोबस्त पदाधिकारी फिरोज अख्तर ने बताया कि इस मशीन की आपूर्ति के लिए एजेंसी से करार किया जा चुका है। इस महीने के अंत तक मशीनों की आपूर्ति की जाएगी।
जमीनों की मापी में किसी तरह की कोई परेशानी न हो इसके लिए एजेंसी से तकनीकी विशेषज्ञ के अलावा विभाग के कर्मी मौजूद रहेंगे। जिन इलाकों में मापी का काम हो होगा उन इलाकों में अंचल अमीन इसमें सहयोग करेंगे। पहले गांव की सीमा से 20 कड़ी छोड़कर मापी की जाती थी लेकिन इस मशीन से मापी होगी तो इसकी नौबत नहीं आएगी और इटीएस मशीन से जमीन की मापी सटीकता से होगी।
उन्होंने बताया कि इस तरह से मापी बोने के बाद भविष्य में विवाद उत्पन्न होने की समस्या समाप्त हो जाएगी। एरियल सर्वे कर मैप तैयार कर लिया गया है, जिसका सत्यापन इसी मशीन से किया जाएगा। मापी के बाद जो भी प्लॉट बनेगा उसका जीपीएस लोकेशन लेकर ऑनलाइन अपलोड कर दिया जाएगा ताकि रैयत अपने प्लॉट का सही लोकेशन देख सकें। विभाग के वेबसाइट पर हर जानकारी उपलब्ध रहेगी।