1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 02 Sep 2025 07:36:32 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Bihar Weather: बिहार में मानसून के कमजोर होने से लोगों को उमस भरी गर्मी की मार झेलनी पड़ रही है, जहां दिन-रात का तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है। मौसम विभाग ने मंगलवार (2 सितंबर 2025) को राज्य के 6 जिलों सिवान, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, भागलपुर और मुंगेर के लिए हल्की वर्षा और गरज-चमक का यलो अलर्ट जारी किया है।
हालांकि, वर्षा की संभावना बेहद कम बताई गई है, और अगले 10 दिनों तक गर्मी से कोई खास राहत नहीं मिलने के आसार हैं। 7 सितंबर तक अच्छी बारिश की कोई उम्मीद नहीं है, लेकिन 10 सितंबर के बाद मौसम का रुख बदल सकता है, इसके बाद कई हिस्सों में भारी वर्षा हो सकती है। यह पूर्वानुमान बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी और चक्रवाती परिसंचरण पर आधारित है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, वर्तमान में मानसून ट्रफ दक्षिण बिहार पर केंद्रित है, लेकिन उत्तर बिहार में गतिविधियां कमजोर हैं। रविवार को पटना सहित आसपास के इलाकों में बादल छाए रहे और बूंदाबांदी हुई, लेकिन धूप ने उमस को बढ़ा दिया था। अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम 29.1 डिग्री। पूर्णिया में 35.4 डिग्री के साथ सबसे ज्यादा तापमान दर्ज हुआ। अगले तीन दिनों में तापमान में 2-3 डिग्री की वृद्धि हो सकती है और 30-40 किमी/घंटा की हवाएं चलेंगी। बाकी जिलों में मौसम सामान्य रहेगा, लेकिन उमस से परेशानी बनी रहेगी।
बीते 24 घंटों में उत्तर बिहार में भारी वर्षा हुई है जहां पूर्वी चंपारण के कल्याणपुर में 90.2 मिमी सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई। पीपराकोठी (82.4 मिमी), कोतवा (48.2 मिमी), सुगौली (42.8 मिमी), पताही (38.2 मिमी), संग्रामपुर (36.2 मिमी), रक्सौल (34.6 मिमी), मोतिहारी (33.2 मिमी) और अरेराज (30.4 मिमी) में भी अच्छी बरसात हुई है।
सिवान के सिसवन में 23.4 मिमी, सीतामढ़ी के ढेंगराब्रिज में 20 मिमी, गोपालगंज के फुलवरिया में 18.8 मिमी, बांका के शंभूगंज में 18.4 मिमी, गोपालगंज में 18.2 मिमी, गया में 17.2 मिमी, शिवहर में 16.8 मिमी, खगड़िया के बालतारा में 16 मिमी तथा बक्सर के नवानगर में 15.4 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। दक्षिण बिहार में वर्षा कम रही। कुल मिलाकर, सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश की उम्मीद है, लेकिन वर्तमान में 23 जिलों में 29% कमी दर्ज हुई है। पूर्वी चंपारण और सीतामढ़ी में 61% कमी सबसे ज्यादा है।