BIHAR NEWS : बिजली चोरी रोकने को लेकर विद्युत विभाग का नया प्लान; जानिए क्या है ख़ास Bihar Election 2025: महागठबंधन में सीट बंटवारे में देरी से सहयोगी दलों की बेचैनी बढ़ी, CPM ने दो मौजूदा विधायकों को नामांकन की मंजूरी दी Bihar Election 2025: महागठबंधन में सीट बंटवारे में देरी से सहयोगी दलों की बेचैनी बढ़ी, CPM ने दो मौजूदा विधायकों को नामांकन की मंजूरी दी BIHAR NEWS : रोहतास हत्या मामला: नाली विवाद में युवती की गोली मारकर हत्या, परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप Bihar Crime News: बिहार में घर में घुसकर 9वीं के छात्र की गला रेतकर हत्या, रिश्तेदारों पर मर्डर करने का शक Bihar Crime News: बिहार में घर में घुसकर 9वीं के छात्र की गला रेतकर हत्या, रिश्तेदारों पर मर्डर करने का शक BIHAR NEWS : कैफे संचालक की गोली मारकर हत्या, लूट और रंजिश की आशंका, जांच के लिए एसआईटी गठित IPL 2026 Auction: इस दिन होगी IPL ऑक्शन, टीमों में बड़े फेरबदल की तैयारी शुरू; BCCI ने तय की रिटेंशन की तारीख Memory tricks: खेल-खेल में बढ़ाएं मेमोरी – बच्चों और बड़ों दोनों के लिए कुछ आसान उपाय एनडीए से बड़ी खबर,अगले कुछ घंटों में कैंडिडेट के नाम के साथ आने वाला है फाइनल लिस्ट;शुरू हुई अंतिम दौर की मंथन
1st Bihar Published by: SANT SAROJ Updated Sun, 07 Sep 2025 11:16:32 AM IST
- फ़ोटो Google
Bihar News: सुपौल से इस वक्त की एक बड़ी खबर सामने आ रही है यहां जिले के अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज में बीती रात एक इमरजेंसी मरीज की मौत के बाद हंगामा हो गया। परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक और नर्स पर मना करने के बाबजूद जबरन इंजेक्शन लगाने तथा गलत उपचार करने के कारण हुई मौत का बड़ा ही गंभीर आरोप लगाया, वहीं डॉक्टर ने सभी आरोपों को निराधार बताया है।
जानकारी के अनुसार, जदिया थाना क्षेत्र के परसागढ़ी हरिनाहा वार्ड-10 निवासी नारायण मंडल की 62 वर्षीय पत्नी सुलेखा देवी को दम घुटने यानी सांस फूलने की शिकायत पर उनके परिजन बीती रात अनुमंडलीय अस्पताल लाए थे। परिजनों का आरोप है कि इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. शशिनंदन कुमार ने बिना सहमति के नर्स को इंजेक्शन लगाने को कहा।
जब परिजनों ने इसका विरोध किया तो डॉक्टर ने कथित तौर पर कहा, डॉक्टर आप हैं या हम? नर्स द्वारा इंजेक्शन लगाते ही मरीज की मौत हो गई। मरीज की मौत के बाद परिजन हंगामा करने लगे और खुद ही पुलिस को फोन कर बुलाया। उन्होंने डॉक्टर पर गलत उपचार और लापरवाही से मौत का गंभीर आरोप लगाया।
वहीं, डॉ. शशिनंदन कुमार ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मरीज की हालत पहले से ही काफी गंभीर थी। उसे देखते ही रेफर कर दिया गया था, लेकिन इमरजेंसी में प्राथमिक उपचार के तहत इंजेक्शन दिया गया। इसके बाद उसकी मृत्यु हो गई। डॉक्टर ने कहा कि मरीज़ के परिजन जो भी आरोप लगा रहे हैं, वे पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।