Bihar Crime News: शराबबंदी वाले राज्य में तंदूर उगलने लगी शराब, दिल्ली से बिहार पहुंची थी बड़ी खेप; नए साल के जश्न की तैयारी में माफिया

Bihar Crime News: बिहार के गोपालगंज में उत्पाद विभाग ने तंदूरी चूल्हे के अंदर बने गुप्त तहखाने से 468 लीटर विदेशी शराब बरामद की। दिल्ली से लाई गई यह खेप नए साल से पहले बिहार सप्लाई की जा रही थी। महिला तस्कर सहित दो लोग गिरफ्तार।

1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Fri, 05 Dec 2025 02:53:31 PM IST

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प्रतिकात्मक - फ़ोटो Google

Bihar Crime News: बिहार में शराबबंदी कानून के लागू होने के बावजूद दूसरे राज्यों से शराब की खेप लगातार बिहार पहुंच रही है। बिहार के शराब माफिया नए साल के जश्न की तैयारी में जुट गई हैं और शराब की खेप को बिहार पहुंचाने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। ताजा मामला गोपालगंज से सामने आया है, जहां तस्करी के नए हथकंडे ने आम लोगों के साथ साथ पुलिस को भी हैरान कर दिया है।


दरअसल, गोपालगंज में उत्पाद विभाग की टीम ने अवैध शराब तस्करी के एक हैरान करने वाले तरीके का भंडाफोड़ किया है। कार्रवाई के दौरान विभाग ने 468 लीटर विदेशी शराब और 2600 पिस के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। वहीं एक टाटा इंट्रो पिकअप गाड़ी भी जब्त की गई है। 


सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि तस्करों ने तंदूरी रोटी बनाने वाली भट्टी के अंदर गुप्त तहखाना बनाकर विदेशी शराब को छुपा रखा था। यह शराब दिल्ली से बिहार के मुजफ्फरपुर भेजी जा रही थी। गुप्त सूचना के आधार पर उत्पाद अधीक्षक अमितेश कुमार झा के निर्देश पर एनएच-27 स्थित बल्थरी चेक पोस्ट पर सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया। 


उसी दौरान एक संदिग्ध पिकअप वाहन को रोका गया। वाहन में रखा तंदूरी चूल्हा जांच के दौरान शक के दायरे में आया। जब चूल्हे को स्कैन किया गया तो अंदर संदिग्ध वस्तु दिखाई दी। चूल्हे को खोलते ही अधिकारियों के होश उड़ गए - अंदर बड़े पैमाने पर विदेशी शराब पैक करके छुपाई गई थी। टीम ने मौके से एक महिला तस्कर और एक पुरुष सहयोगी को गिरफ्तार किया है। 


प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि शराब यूपी के रास्ते बिहार में सप्लाई होनी थी। उत्पाद अधीक्षक अमितेश कुमार झा ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि तंदूरी चूल्हे में शराब छुपाकर भेजी जा रही है। जांच के दौरान यह बात सही पाई गई। लगभग 468 लीटर विदेशी शराब बरामद की गई है। आगे की कार्रवाई और अनुसंधान जारी है। उत्पाद विभाग यह पता लगाने में जुटा है कि इस मॉड्यूल के पीछे कौन-कौन लोग जुड़े हैं और इस तरीके से पहले कितनी खेप बिहार भेजी जा चुकी है।

रिपोर्ट- नमो नारायण मिश्रा, गोपालगंज