सीवान में मनचलों ने छेड़खानी के दौरान दो लड़कियों पर चाकू से किया हमला, हालत गंभीर गया में सिंदूर महायज्ञ ने रचा इतिहास: अब तक 8 करोड़ आहुतियाँ, विकास और सनातन पर जोर आरा में संत सम्मेलन का भव्य आयोजन, अजय सिंह ने धर्म-संस्कृति पर दिया जागरूकता का संदेश नीतीश की योजनाओं का क्रेडिट ले रहे तेजस्वी यादव, बोले मंगल पांडेय..लालू परिवार ने किसी का भला नहीं किया 26 जून के छात्र-युवा संवाद को लेकर भोजपुर से जागरूकता रथ रवाना, रथयात्रा से गांव-गांव तक जागरूकता अभियान की शुरुआत नीतीश के गृह क्षेत्र में मुकेश सहनी ने किया वादा, कहा..हमारी सरकार बनी तो निषाद के खाते में 3 महीने तक दिया जाएगा ₹5000 बम की धमकी से मचा हड़कंप: यूके से दिल्ली आ रही एयर इंडिया फ्लाइट की सऊदी अरब में इमरजेंसी लैंडिंग Life Style: जब उम्मीद बाकी हो, तो कोशिशें चमत्कार कर सकती हैं; जानिए... राजा की कहानी परमानंदपुर पंचायत में VIP नेता संजीव मिश्रा का जनसंपर्क अभियान, बोले..अब गांव की सरकार गांव के लोगों के हाथ में होनी चाहिए Road Accident: आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे सड़क हादसे में बिहार के युवक की मौत, बिजनेस के सिलसिले में गए थे दिल्ली
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 18 Jan 2025 07:48:30 PM IST
30 करोड़ की मूर्तियां बरामद - फ़ोटो google
UP: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के पड़री थाना क्षेत्र स्थित राम जानकी मंदिर से 14 जनवरी को चोरी हुई करोड़ों रुपये की अष्टधातु की मूर्ति को पुलिस ने बरामद कर लिया है। इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि मूर्ति की चोरी खुद मंदिर के पुजारी वंशीदास ने अपने साथियों के साथ मिलकर की थी।
पुलिस जांच में सामने आया है कि पुजारी ने मंदिर की संपत्ति पर अपना अधिकार जमाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया था। उसने प्रयागराज के समाजवादी पार्टी के एक नेता राम बहादुर पाल और उसके साथियों की मदद से मूर्ति को चुराकर हैमाई पहाड़ी मंदिर में छिपा दिया था।
मंदिर की संपत्ति को लेकर पुजारी वंशीदास और महंत जयराम दास के बीच विवाद चल रहा था। पुजारी ने अपनी योजना को अंजाम देने के लिए समाजवादी पार्टी के नेता राम बहादुर पाल और उसके साथियों की मदद ली। चोरी गई मूर्ति की कीमत लगभग 30 करोड़ रुपये आंकी गई है। पुलिस ने पुजारी वंशीदास, समाजवादी नेता राम बहादुर पाल, उसके ड्राइवर लवकुश पाल और मुकेश कुमार सोनी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने मंदिर के पुजारी की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। तकनीकी साक्ष्यों और गहन पूछताछ के आधार पर पुलिस ने आरोपियों तक पहुंची और मूर्ति को बरामद कर लिया। अपर पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने बताया कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने सबसे पहले सुनार को बुलाकर मूर्तियों की जांच कराई थी। जब मूर्तियां बेशकीमती निकलीं, तो उन्होंने उन्हें चोरी करवा दिया।