मुजफ्फरपुर में बच्चा चोर गिरोह का खुलासा: 6 आरोपी गिरफ्तार, बच्चे को किया गया बरामद

मुजफ्फरपुर रेल पुलिस ने बच्चा चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। तीन महिला सहित 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि मुख्य आरोपी डॉक्टर अविनाश अभी भी फरार है। पुलिस ने गायब बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया और मामले की जांच जारी है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 04 Dec 2025 05:08:49 PM IST

बिहार

मुख्य सरगना डॉक्टर फरार - फ़ोटो सोशल मीडिया

MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर रेल पुलिस ने बच्चा चोर गिरोह का खुलासा किया है। तीन महिला समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी डॉक्टर अभी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए  छापेमारी की जा रही है। बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया है। पूरे मामले का खुलासा करते हुए रेल एसपी वीणा कुमारी ने बताया की बीते 3 अक्टूबर 2025 की रात्रि में हाजीपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म 1 पर सुमित कुमार अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ सोए हुए थे। 


सुबह जब सुमित की नींद खुली तो तीन बच्चों में से एक बच्चा मो.फहीम उर्फ राजा बाबू गायब था। काफी खोजबीन के बाद भी बच्चा का कही पता नहीं चला। जिसके बाद हाजीपुर रेल थाना में लिखित शिकायत दर्ज करवाया गया। उसके बाद बच्चे की सकुशल बरामदगी के लिए SIT का गठन किया गया। अनुसंधान के क्रम में सीसीटीवी की जांच की गई। जिस दौरान एक पुरुष और एक महिला की संलिप्तता प्रकाश में आई।


सीसीटीवी फुटेज में उक्त आरोपित महिला एवं पुरुष के निर्धारित समय व स्थान पर तकनीकी अनुसंधान हेतु DIU द्वारा डंप डाटा लिया गया। डंप डाटा में संदिग्ध नंबर मिला। जांच के दौरान तकनीकी विश्लेषण करने पर बच्चे को ले जाने वाले वैशाली जिले के विदुपुर थाना क्षेत्र के रणजीत कुमार राय के पुत्र अर्जुन कुमार की पहचान हुई। आगे वैशाली जिले के सदर थाना क्षेत्र के स्वर्गीय राम चंद्र चौधरी की पत्नी किरण देवी की भी पहचान हो गई। 


जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार किया गया। दोनो की निशानदेही पर वैशाली जिले के विदुपुर थाना क्षेत्र के सोनू कुमार, समस्तीपुर जिले के अनिल कुमार साह, गुड़िया देवी और मुन्नी कुमारी को भी गिरफ्तार किया गया। साथ ही बच्चा को भी सकुशल बरामद कर लिया गया। 


आरोपित सोनू कुमार ने पुलिस को बताया कि समस्तीपुर जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर पटोरी के डॉ अविनाश कुमार एवं उनकी सहयोगी मुन्नी कुमारी के कहने पर 3.5 लाख में सौदा हुआ था। UPI और कुछ कैश डॉ अविनाश को दिया गया था। फिलहाल आरोपी डाक्टर अविनाश फरार है। पुलिस उसके गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। साथ ही सभी का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।