ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: 20 साल के शासनकाल के बाद भी बिहार पिछड़ा क्यों? VIP प्रमुख मुकेश सहनी ने पूछे सवाल Bihar Election 2025: 20 साल के शासनकाल के बाद भी बिहार पिछड़ा क्यों? VIP प्रमुख मुकेश सहनी ने पूछे सवाल Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर ने मुजफ्फरपुर में किया भव्य रोड शो, पार्टी के उम्मीदवारों के लिए मांगा समर्थन Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर ने मुजफ्फरपुर में किया भव्य रोड शो, पार्टी के उम्मीदवारों के लिए मांगा समर्थन Aadhar Update: 1 नवंबर से बदल जाएंगे आधार से जुड़े यह तीन नियम, जान लीजिए.. होंगे कौन से बदलाव? Aadhar Update: 1 नवंबर से बदल जाएंगे आधार से जुड़े यह तीन नियम, जान लीजिए.. होंगे कौन से बदलाव? Bihar News: 'पहचान का संकट' वाले तीन संगठन/दलों का साथ लेकर BJP अध्यक्ष दिलीप जायसवाल गदगद, कागजी संगठनों के सहारे कैसे होगी नैया पार ? Bihar Election 2025: खेसारी लाल नाचने वाला नौकरी देगा क्या? तेज प्रताप यादव का तंज Bihar Election 2025: खेसारी लाल नाचने वाला नौकरी देगा क्या? तेज प्रताप यादव का तंज Dularchand Yadav murder news : मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या से सियासी माहौल गरमाया, क्या गिरफ्तार होंगे अनंत सिंह ? SSP ने दिया यह जवाब

Bihar Crime News: जेल परिसर में फांसी के फंदे से लटका मिला बंदी का शव, जांच में जुटी पुलिस

Bihar Crime News: बिहार के सहरसा जिले के मंडल कारा सहरसा से एक दुखद खबर सामने आई है। जेल परिसर में बंद विचाराधीन 28 वर्षीय कैदी मो. इरशाद की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, इरशाद ने गुरुवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

1st Bihar Published by: RITESH HUNNY Updated Fri, 31 Oct 2025 11:01:24 AM IST

Bihar Crime News

बिहार क्राइम न्यूज - फ़ोटो GOOGLE

Bihar Crime News: बिहार के सहरसा जिले के मंडल कारा सहरसा से एक दुखद खबर सामने आई है। जेल परिसर में बंद विचाराधीन 28 वर्षीय कैदी मो. इरशाद की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, इरशाद ने गुरुवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनका शव जेल के ट्रेनिंग हॉल में रस्सी के फंदे से लटका हुआ मिला। घटना की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया और तुरंत उच्च अधिकारियों को सूचित किया गया।


जेल अधीक्षक निरंजन कुमार ने बताया कि मो. इरशाद कुछ समय से विचाराधीन अवस्था में जेल में बंद था। उन्होंने यह भी कहा कि मृतक की मानसिक स्थिति पर ध्यान दिया जा रहा था और प्रशासन द्वारा नियमित निगरानी की जाती रही है। घटना के तुरंत बाद मजिस्ट्रेट और पुलिस टीम जेल परिसर में पहुंचकर जांच में जुट गई। मृतक का शव सदर अस्पताल सहरसा पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, ताकि मौत के कारणों का पता लगाया जा सके।


जेल प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि क्या किसी प्रकार का मानसिक दबाव, विवाद या उत्पीड़न इस आत्महत्या के पीछे कारण था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, फिलहाल किसी प्रकार का स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है और प्रशासन ने उन्हें आश्वस्त किया है कि पूरे मामले की निष्पक्ष और विस्तृत जांच की जाएगी।


सहरसा जेल में यह घटना एक गंभीर संकेत है, जो विचाराधीन कैदियों की मानसिक स्वास्थ्य और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है। अधिकारियों का कहना है कि आगामी रिपोर्ट में यह स्पष्ट होगा कि क्या जेल में सुरक्षा में कोई चूक हुई या इरशाद की मानसिक स्थिति के कारण यह कदम उठाया गया।