जहानाबाद विधानसभा : 'मैं फलां बाबू का सिपाही हूं’...'नीतीश' की पार्टी में नाम बेचू नेता सक्रिय ! जेडीयू टिकट की लाइन में खड़ा स्वघोषित नेता का सियासी ड्रामा

जहानाबाद सीट पर एक ठेकेदार नेता जेडीयू के कद्दावर नेता का नाम बेचकर टिकट पाने की होड़ में लगे हैं। स्वघोषित प्रत्याशी खुद को नीतीश कुमार के बाद सबसे ताकतवर नेता का सिपाही बताते फिर रहे. कह रहे उन्हें टिकट जरूर मिलेगा.

1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Mon, 28 Jul 2025 12:54:03 PM IST

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Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ गया है.संभावित प्रत्याशी टिकट के लिए तरह-तरह के जुगाड़ कर रहे हैं, कोई किसी नेता का नाम बेच रहा तो कोई किसी का. कई ऐसे भी संभावित उम्मीदवार हैं जो स्वघोषित उम्मीदवार बन गए हैं. विधानसभा क्षेत्र में जाकर कोई छुटभैया नेता कह रहा..उनके ऊपर इस बड़े नेता का आशीर्वाद है. जहानाबाद में नेता बनने के रास्ते निकले एक ठेकेदार जेडीयू के बड़े नेता का नाम बेच रहे. कह रहे उनके ऊपर जेडीयू के बड़े ही कद्दावर नेता का आशीर्वाद प्राप्त है. उनके आशीर्वाद से ही क्षेत्र में घूम रहे हैं. 

नए नवेले नेता जेडीयू के कद्दावर नेता का बेच रहे नाम !

जहानाबाद विधानसभा सीट एनडीए में किसके खाते में जायेगी ? सत्ता पक्ष से कौन प्रत्याशी होगा ? इस पर चर्चा चल रही है. संभावना है कि जहानाबाद सीट जेडीयू के खाते में जायेगी. लिहाजा नीतीश कुमार की पार्टी से सबसे अधिक दावेदार हैं. एक नए-नवेले नेताजी भी खूब कोशिश कर रहे हैं. एक बड़े नेता का नाम बेच रहे, यह कहते नहीं थक रहे कि हमें फलां नेता का आशीर्वाद है. उनकी कृपा हम पर हमेशा बनी रहती है. उनकी कृपा से ही वे जेडीयू में हैं. दरअसल, नए नवेले नेताजी...जो अभी तक ठेकेदारी में हैं. अब पूर्ण नेता बनने को बेताब हैं. ऑन रिकार्ड कह रहे जहानाबाद सीट अगर जेडीयू के खाते में गई तो वे स्वभाविक उम्मीदवार होंगे. वे जदयू के सिपाही हैं. वे इतना ही नहीं कहते, यह भी कहते हैं, ''पार्टी में नीतीश कुमार के बाद सबसे कद्दावर नेता #### बाबू का सिपाही हूं''. टिकट की कोशिश कर रहा हूं. पार्टी टिकट बांटने बैठेगी तो मेरा चेहरा उनके सामने रहेगा. इसलिए टिकट मुझे मिलेगा. ठेकेदार से नेता बनने को बेचैन स्वघोषित प्रत्याशी कहते हैं कि मुझे विश्वास है कि जेडीयू की यह परंपरागत सीट है. पार्टी मुझे टिकट देगी, यह भरोसा है. मेरी आत्मा कह रही है, मेरा काम कह रहा है.

थैली वाले ठेकेदार टिकट के लिए दरवाजे-दरवाजे घूम रहे 

जहानाबाद विधानसभा सीट पर (भूमिहार जाति) से कई नए-पुराने नेता जेडीयू के संभावित प्रत्याशी हैं. इनमें से कई नेता तो पार्टी के पुराने साथी हैं, समता काल से ही पार्टी से जुड़े हुए हैं. उनको पीछे छोड़ने को एक थैली वाला ठेकेदार बेचैन है. आज हम इस जाति के एक परजीवी नेता (ठेकेदार) की चर्चा करेंगे. ठेकेदार से नेता बनने चले स्वघोषित प्रत्याशी टिकट के लिए बेचैन हैं. जेडीयू का टिकट पाने के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं. ठेकेदार का ठप्पा मिटाकर नेता बनने के लिए नेताओं की गणेश परिक्रमा कर रहे हैं. हर उस दरवाजे जा रहे, जहां से टिकट मिलने की थोड़ी भी आस है. सहयोगी दल के नेताओं के दरवाजे पर भी दस्तक दे रहे.

बता दें, ठेकेदार से नेता बनने चले संभावित प्रत्याशी खुद को पार्टी के कद्दावर नेता का सबसे करीबी बताते फिरते हैं. जहानाबाद में कहते फिरते हैं, मेरा टिकट कंफर्म है, सिर्फ एलान बाकी है. इसके बाद भी हालत देखिए....हर नेता के दरवाजे घूम रहे. चेहरा चमकाने के लिए पानी की तरह पैसा बहा रहे. 

कुछ समय पहले पाला बदलते दिखे थे परजीवी नए-नवेले नेता 

परजीवी नेताजी (ठेकेदार) जो जहानाबाद विधानसभा सीट से जेडीयू का टिकट पाने की आस लगाये बैठे हैं, इनके बारे में एक और चर्चा है. दो साल पहले पार्टी के दो बड़े नेताओं के बीच विवाद की खबरें आई थी. तब ये अपने खास, जिनकी बदौलत आगे बढ़े, उनसे छिटकते दिखे, पाला बदलते दिखे थे. जहानाबाद के मंच पर पार्टी के दूसरे नेता का पैर छूते तस्वीर भी वायरल हुआ था. तब यह बात चर्चा में आई थी कि पार्टी के जिस कद्दावर नेता के आशीर्वाद से बड़े ठेकेदार बने, उनसे ही धोखा कर रहे. वो तस्वीर एक बार फिर से वायरल हो रही है.