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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 04 Nov 2025 11:16:01 AM IST
                    
                    
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Bihar assembly election : बिहार की राजनीतिक गलियारों में एक बार फिर से सियासी गरमाहट देखने को मिल रही है। राज्य के सबसे बड़े राजनीतिक परिवारों में से एक, यादव परिवार में जारी राजनीतिक बयानबाज़ियों ने सुर्खियां बना ली हैं। इस बार लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल (JSD) के प्रमुख तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उपाध्यक्ष तेजस्वी यादव पर विवादित बयान दे दिया है।
तेज प्रताप यादव से जब उनके विधानसभा क्षेत्र में तेजस्वी यादव के चुनाव प्रचार पर सवाल किया गया, तो उन्होंने खुलकर जवाब दिया। उन्होंने कहा, “करने दीजिए चुनाव प्रचार कर ले, चुनाव के बाद तेजस्वी यादव को हम झुनझुना धड़ा देंगे। वह अभी बच्चा है।” इस बयान से स्पष्ट हो गया कि यादव परिवार के भीतर सत्ता और राजनीतिक जमीन को लेकर अब भी तीखी खींचतान बनी हुई है। तेज प्रताप यादव ने यह भी संकेत दिए कि उनके लिए परिवार के भीतर राजनीतिक प्रतिस्पर्धा कोई नई बात नहीं है और वे अपने मताधिकार और चुनावी ताकत को किसी भी कीमत पर बचाएंगे।
तेज प्रताप ने अपने छोटे भाई पर हमला करते हुए कहा कि राजनीतिक नीतियों और चुनाव प्रचार की बातें तो होती रहती हैं, लेकिन असली खेल चुनाव के बाद शुरू होगा। उन्होंने कहा कि उनके क्षेत्र में जनता के बीच उनकी पकड़ मजबूत है और वे अपने प्रतिद्वंद्वी तेजस्वी यादव को मात देने में सक्षम हैं। उनका यह बयान राजनीतिक जानकारों के लिए संकेत माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में यादव परिवार के भीतर मतभेद और खुलकर सामने आ सकते हैं।
वहीं, लालू प्रसाद यादव द्वारा दानापुर विधानसभा क्षेत्र से अपने समर्थक रीत लाल यादव के लिए चुनाव प्रचार करने पर तेज प्रताप यादव ने तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा, “क्रिमिनल का अंत है, क्रिमिनल का कुछ नहीं होने वाला है।” यह बयान उन नेताओं के लिए चुनौती के रूप में देखा जा रहा है, जो बिहार में सियासी समीकरणों में अपने विरोधियों को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।
तेज प्रताप यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि यादव परिवार एक कंपनी की तरह कार्य करता है। तेज प्रताप ने कहा, “जिसको जो बोलना है बोलने दीजिए। क्या फर्क पड़ता है। जनता हमारी ताकत है और जनता ही हमारे काम को आंकती है।” उनके इस बयान से यह साफ हो गया कि वे आलोचनाओं से प्रभावित नहीं होंगे और अपनी राजनीतिक राह पर कायम रहेंगे।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि तेज प्रताप यादव की यह स्थिति उनकी राजनीतिक पकड़ को मजबूत करने के लिए रणनीतिक कदम भी हो सकती है। उन्होंने महुआ विधानसभा क्षेत्र से अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि “महुआ से हम जीत कर ही दिखाएंगे। हमारी जनता हमारे साथ है और उनका समर्थन हमें और भी मजबूत बनाएगा।”
तेज प्रताप यादव ने यह भी कहा कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों और जनता की भलाई के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि केवल चुनाव प्रचार करना ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि जनता के बीच जाकर उनकी समस्याओं को समझना और उनका समाधान करना अधिक अहम है। इस तरह के बयान से यह स्पष्ट होता है कि तेज प्रताप यादव अपने क्षेत्र में केवल राजनीतिक लोकप्रियता ही नहीं चाहते, बल्कि वास्तविक विकास और जनता की भलाई को लेकर भी गंभीर हैं।
इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में फिर से सियासी गर्मी बढ़ गई है। तेज प्रताप यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने राजनीतिक अधिकार और क्षेत्रीय प्रभुत्व को किसी भी कीमत पर बनाए रखेंगे। उनकी इस स्थिति से यह संकेत मिलता है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में महुआ और आसपास के क्षेत्रों में राजनीतिक मुकाबला और भी रोमांचक होने वाला है।