Anant Singh Arrest: “सत्यमेव जयते, मैं नहीं...अब चुनाव मोकामा की जनता लड़ेगी”, गिरफ्तारी के बाद अनंत सिंह का पोस्ट वायरल Dularchand murder case : आधी रात CJM कोर्ट में पेश हुए बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह, जेल भेजने की शुरू हुई तैयारी Anant Singh arrest: मुश्किलों में फंसे मोकामा के 'छोटे सरकार' अनंत सिंह, दुलारचंद यादव की हत्या के समय खुद थे मौजूद दुलारचंद हत्या के मामले में पुलिस ने अनंत सिंह समेत तीन लोगों को किया अरेस्ट, SSP ने कहा - घटना के वक्त खुद मौजूद थे JDU कैंडिडेट Anant Singh arrest : अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद पटना ssp ने बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस! कुछ देर में हो जाएगी आधिकारिक पुष्टि ; क्या होगा मोकामा सीट पर असर बड़ी खबर : दुलारचंद हत्याकांड मामले में पुलिस ने अनंत सिंह को किया अरेस्ट ! दो गाड़ियों से साथ लेकर रवाना हुए सीनियर अधिकारी ! इलाके में चर्चा हुई तेज शिक्षा और शोध में नई दिशा: पटना ISM के चेयरमैन के जन्मदिन पर IJEAM का प्रथम अंक जारी Bihar Crime News: बिहार में इलाज के दौरान महिला की मौत पर हंगामा, अस्पताल छोड़कर भागे डॉक्टर और हेल्थ स्टाफ Bihar Crime News: चुनावी तैयारियों के बीच बिहार में चाकूबाजी की घटना, नाबालिग लड़के की हत्या से हड़कंप Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 08 Apr 2025 02:19:12 PM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर - फ़ोटो Google
Corruption News : मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए लोकायुक्त पुलिस ने मत्स्य विभाग की जिला अधिकारी और एक अस्थायी कर्मचारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम, 2018 की धारा 7 और 12 के अंतर्गत केस दर्ज किया है।
मामला तब सामने आया जब शिकायतकर्ता अनवर कादरी ने बताया कि उन्होंने अपने चार साथियों के साथ कुंडलिया डैम में मछली पालन का ठेका लिया था। नवंबर से काम शुरू हुआ, लेकिन कथित तौर पर जिला मत्स्य अधिकारी सुरेखा सराफ की ओर से हर महीने तीन लाख रुपये रिश्वत की मांग की जा रही थी। अनवर द्वारा पैसे देने से इनकार करने पर पिछले दो महीनों से उनका काम रोक दिया गया और उनके खिलाफ कई झूठी शिकायतें दर्ज कराई गईं, जिससे वे मानसिक रूप से काफी परेशान हो गए।
अनवर ने पहले मत्स्य विभाग के एमडी से शिकायत की, लेकिन केवल जांच का आश्वासन मिला, कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद अनवर ने 1 अप्रैल को भोपाल में लोकायुक्त एसपी से मिलकर औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। शिकायत की पुष्टि के बाद लोकायुक्त की टीम राजगढ़ भेजी गई।
छानबीन के दौरान आरोपी कर्मचारी मुबारक गौरी को जीरापुर के छापीहेड़ा नाके पर एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। यह रिश्वत सुरेखा सराफ के निर्देश पर ली जा रही थी। गिरफ्तारी के बाद सुरेखा सराफ फरार हो गईं और न तो अपने कार्यालय में पाई गईं, न ही अपने निवास पर।
लोकायुक्त अधिकारियों ने बताया कि महिला अधिकारी सुरेखा सराफ के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है क्योंकि पूरा लेन-देन उनकी सहमति और कहने पर किया गया था। शिकायतकर्ता अनवर ने कहा कि वह पिछले चार महीने से बेहद परेशान था और कई बार अधिकारी को समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें धमकी दी जाती थी कि उनका टेंडर रद्द कर दिया जाएगा या उन पर झूठे आरोप लगाए जाएंगे। लोकायुक्त टीआई रजनी तिवारी ने पुष्टि की कि आरोपी को रिश्वत लेते पकड़ा गया है और दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।