मध्य प्रदेश में बड़ा हादसा: कोयला खुदाई के दौरान छत गिरने से 3 मजदूरों की मौत, कई खदान में दबे

बैतूल जिले के WCL की छतरपुर-1 कोयला खदान में खुदाई के दौरान अचानक छत गिरते ही कई मजदूर मलबे के नीचे दब गये। 3 मृतक को किसी तरह बाहर निकाला गया जबकि कई अन्य मजदूरों के भी दबे होने की आशंका जतायी जा रही है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 06 Mar 2025 09:46:15 PM IST

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मध्य प्रदेश में बड़ा हादसा - फ़ोटो GOOGLE

MADHYA PRADESH: मध्यप्रदेश से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है। जहां कोयला खदान में कई मजदूर के दबे होने की सूचना है। कोयला खदान में छत के गिरने के बाद मलबे के नीचे तीन मजदूरों को निकाला गया। तीनों की मौत हो चुकी थी। जबकि अन्य की तलाश जारी है। घटनास्थल पर मौजूद पुलिस टीम राहत और बचाव कार्य में लगे हैं।


घटना बैतूल जिले के WCL की छतरपुर-1 कोयला खदान में हुई है। जहां फेज वन की स्लैब अचानक गिरने से मलबे में कई मजदूर दब गए। अभी तक 3 मजदूरों की लाश बरामद की गयी है जबकि अन्य की तलाश जारी है। मृतकों की पहचान शिफ्ट इंचार्ज गोविंद, माइनिंग सरदार रामदेव पंडौले और ओवर मेन हरि चौहान के रूप में हुई है। मृतकों के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आगे की कार्रवाई शुरू की।


बताया जाता है कि कोयले की खुदाई के दौरान अचानक छत गिर पड़ा और उसके नीचे कई मजदूर दब गये। किसी तरह तीन मजदूरों को बाहर निकाला गया लेकिन तीनों ने दम तोड़ दिया था। मलबे में दबे रहने की वजह से तीनों की दर्दनाक मौत हो गयी। कई और मजदूरों के दबे होने की आशंका जतायी जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम, SDRF और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। 


जिसके बाद खदान के अंदर घुसकर रेस्क्यू टीम ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। मलबे में फंसे मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। इस हादसे में जिन 3 मजदूरों की मौत हुई है, उनकी शिनाख्त हो चुकी है. बैतूल एसपी निश्चल झारिया ने कहा कि हादसे में शिफ्ट इंचार्ज गोविंद, ओवर मेन हरि चौहान और माइनिंग सरदार रामदेव पंडौले की मौत हो गई है.