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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 13 May 2025 09:28:55 AM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Google
Cyber Attacks On India: पहलगाम आतंकी हमले और उसके बाद शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को काफी बढ़ा दिया। इस दौरान सैन्य कार्रवाई के साथ-साथ साइबर हमलों की जंग भी तेज हो गई है। महाराष्ट्र साइबर के मुताबिक, 22 अप्रैल के पहलगाम हमले के बाद से भारत पर 15 लाख साइबर हमले हुए, जिनमें से केवल 150 सफल हो सके। ये हमले पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मोरक्को और पश्चिम एशिया से किए गए।
महाराष्ट्र साइबर के ADGP यशस्वी यादव ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद भारत की सरकारी वेबसाइट्स और डिफेंस सिस्टम को निशाना बनाने के लिए सात हैकर ग्रुप्स सक्रिय हुए। इनमें पाकिस्तान का APT-36, पाकिस्तान साइबर फोर्स, बांग्लादेश का मिस्टीरियस बांग्लादेश, और इंडोनेशिया का इंडो हैक्स सेक शामिल हैं। इन हमलों में मालवेयर, DDoS और GPS स्पूफिंग जैसी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया था।
10 मई को भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर के बाद साइबर हमले कम जरूर हुए, लेकिन रुके नहीं हैं। पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, मोरक्को और पश्चिम एशिया से हमले अब भी जारी हैं। 15 लाख में से केवल 150 हमले सफल हुए, जो भारत के साइबर डिफेंस की ताकत दिखाता है। लेकिन क्या ये आंकड़े पूरी सच्चाई बयान करते हैं? 150 सफल हमले भी एक गंभीर खतरा हैं, क्योंकि इनमें संवेदनशील डेटा चोरी की आशंका रहती है।
इसके अलावा महाराष्ट्र साइबर ने कुछ बड़े फर्जी दावों को खारिज भी किया है, जैसे मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से डेटा चोरी, विमानन और नगर निगम सिस्टम को हैक करना, और चुनाव आयोग की वेबसाइट पर हमला। महाराष्ट्र साइबर ने फर्जी खबरों के खिलाफ अभियान भी शुरू किया और 83 फर्जी पोस्ट में से 38 को हटा दिया।
साथ ही साइबर अपराधों से बचने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1945 और 1930 शुरू किए गए हैं। इन नंबरों पर रोजाना 7,000 कॉल्स आती हैं, और 100 फोन लाइनें एक साथ काम कर रही हैं। 2019 से अब तक इनके जरिए 600 करोड़ रुपये की ठगी रोकी गई, जिसमें पिछले 6 महीनों में 200 करोड़ रुपये शामिल हैं।
महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस ने एक जागरूकता वीडियो भी लॉन्च किया, जिसमें अभिनेता शरद केलकर और अमीषा पटेल लोगों को साइबर फ्रॉड से बचने की सलाह दे रहे हैं। इस 9 मिनट की क्लिप में फडणवीस का पुराना भाषण भी शामिल है, जिसमें उन्होंने साइबर सुरक्षा परियोजना शुरू करने की बात कही थी।