ब्रेकिंग न्यूज़

वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी

Success Story: जुनून हो तो ऐसा! दिव्यांग बच्चों के बोलने, देखने और सुनने के लिए अनंत ने बनाया 'द स्पेशल स्कूल' ऐप, खुद भी जटिल बीमारी से हैं ग्रसित

Success Story: खुद दिव्यांग रहते हुए अन्य दिव्यांगों की राह आसान बनाने के लिए अनंत ने बेहतरीन कोशिश की है। दिव्यांग अनंत वैश्य ने स्पेशल स्कूल एप तैयार किया है। जिससे दिव्यांग बच्चे एनसीईआरटी की पूरी पढ़ाई अब घर बैठे ही कर सकेंगे।

1st Bihar Published by: KHUSHBOO GUPTA Updated Thu, 06 Mar 2025 02:10:28 PM IST

 Success Story

अनंत ने बनाया 'द स्पेशल स्कूल' ऐप - फ़ोटो google

Success Story: कहते हैं मन में कुछ कर गुजरने की इच्छा शक्ति हो तो शारीरिक अक्षमता भी आड़े नहीं आती है। अपनी मेहनत के बल पर कानपुर के रहने वाले दिव्यांग अनंत वैश्य ने भी कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। कानपुर के 22 साल के अनंत वैश्य ने एक ऐसा ऐप बनाया है जो दिव्यांग को शिक्षित करता है, उन्हें पढ़ाता है। अनंत खुद एक जटिल बीमारी से ग्रसित हैं।


अनंत ने शारीरिक कमजोर होने के चलते ऐसे ऐप को तैयार किया है जो उन बच्चों और लोगों के लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है जिसमें सुनने, देखने और बोलने के साथ हाथ पैर से दिव्यांग कहा जाता है। इस ऐप से तमाम लोग शिक्षित हो रहे हैं और अपने भविष्य की राह को आसान बना रहे हैं। पूरी दुनिया में शायद ही आपने ऐसे अनोखे ऐप के बारे में सुना होगा, जो कानपुर के अनंत ने बनाया है, जो किसी भी तरह के दिव्यांग को शिक्षित करने में बड़ा कारगर साबित हो रहा है।


अनंत वैश्य आर्थो ग्रायफोसेस मल्टीप्लेक्स कन्जनाइटा नामक बीमारी से खुद ग्रसित हैं। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कई अवॉर्ड जीते और अपने इनोवेशन से देश दुनिया का नाम रौशन किया। अनंत ने द स्पेशल स्कूल नाम से एक एप्लिकेशन तैयार की है जिसे प्ले स्टोर पर इंस्टॉल करने के बाद बिना किसी सहारे के कोई भी दिव्यांग फिर चाहे वो किसी भी श्रेणी का हो पढ़ाई कर सकता है। अगर किसी को दिखाई नहीं देता तो इस ऐप को एक बार मोबाइल में इंस्टॉल करने के बाद वो इससे पढ़ सकता है। हर विषय की जानकारी इस एप्लिकेशन में लोड है और मोबाइल को बस आपको इतना बोलना होगा की आपको कौन सा विषय और किस क्लास का पढ़ना है। बस आपकी जुबान के कमांड को लेकर मोबाइल ऐप चलने लगा जाएगी और स्पीकर पर आपको पढ़ाने लगेगी।

 


जिन्हें सुनाई नहीं देता उन दिव्यांगों को मोबाइल ऐप आकृति, चिन्ह और लिखे हुए शब्दों में पढ़ाता है। ये ऐप क्लास वन से 5वीं तक की पढ़ाई एनसीईआरटी के सिलेबस के अनुसार कराने में सक्षम है। इस ऐप से तकरीबन 400 बच्चे आज भी पढ़ाई कर रहे हैं। कानपुर के तीन स्कूल जो शारीरिक असक्षम बच्चों के हैं, वहां इस ऐप का प्रयोग किया जाता है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने इस ऐप को प्रमाणित भी किया और इसके विस्तार के लिए अनंत को फंडिंग भी की साथ ही इंडियन इनोवेशन डिपार्टमेंट की ओर से भी अनंत को सराहा गया।