ब्रेकिंग न्यूज़

बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Vaishali-Encounter: मारा गया कुख्यात अपराधी, पुलिस के साथ मुठभेड़ में हुआ ढेर--एसटीएफ का एक जवान घायल Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, डायल 112 के जवानों ने भागकर बचाई जान; 18 लोगों पर केस दर्ज बिहार में जीविका योजना से बदली महिलाओं की जिंदगी, 57 हजार करोड़ का मिला ऋण Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी

अब गुमनाम राजनीतिक चंदा पर लगेगा रोक, CEC ने कानून मंत्री को भेजा प्रस्ताव

1st Bihar Published by: Updated Tue, 20 Sep 2022 09:18:16 AM IST

अब गुमनाम राजनीतिक चंदा पर लगेगा रोक, CEC ने कानून मंत्री को भेजा प्रस्ताव

- फ़ोटो

DESK : राजनीतिक पार्टियों को अब नकद चंदे पर रोक लगाया जा सकता है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इसके लिए प्रस्ताव पेश किया है। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू को लिखे पत्र में उन्होंने काले धन के चुनावी चंदे को खत्म करने की मांग की है। साथ ही नकद चंदे को 20 प्रतिशत या ज्यादा से ज्यादा 20 करोड़ रुपये तक रखने की बात कही है। 




मामले से जुड़ी जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक़ चुनाव आयोग ने चुनावी चंदे से गुमनाम राजनीतिक चंदे को 20,000 रुपये से घटाकर 2,000 रुपये करने का प्रस्ताव भेजा है। इससे काले धन को खत्म करने में मदद मिलेगी। कानून मंत्री को लिखे लेटर में लोगों के प्रतिनिधित्व अधिनियम में कई संशोधनों का ज़िक्र किया गया है। 




दरअसल, पिछले दिनों आयकर विभाग ने टैक्स चोरी के आरोप में देशभर में रेड की थी। इसी बीच अब मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने यह प्रस्ताव पेश कर दिया है। इस प्रस्ताव के पीछे एक ही मकसद है जो काले धन को खत्म करना है। साथ ही चुनाव आयोग के इस प्रस्ताव में पोलिटिकल पार्टियों को फंडिंग में ज्यादा पारदर्शिता के लिए पार्टियों के फंड से विदेशी फंड को अलग करना भी शामिल है।