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1st Bihar Published by: 3 Updated Sat, 27 Jul 2019 10:43:58 AM IST
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BEGUSARAI: सरकार की योजना कहीं संसाधनों के आभाव में दम तोड़ती नजर आती है तो कहीं संसाधन रहते हुए दम तोड़ रही है. यह मामला बेगुसराय के बलिया प्रखंड के पहाड़पुर के काशिमपुर की है. जहां 4 साल से बनकर तैयार आंगनबाड़ी केंद्र हाथी का दांत बना हुआ है. आंगनबाड़ी सेविका की मनमानी काशिमपुर के आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 147 का अपना भवन चार साल पहले से बनकर तैयार है, पर सेविका की मनमानी के कारण केंद्र उसके घर पर संचालित किया जा रहा है. सेविका अपने घर में आटा चक्की के रुम में बच्चों को बैठाती है. सेविका की मनमानी के कारण बच्चें बदतर हालत में पढ़ने को मजबूर हैं. आला अधिकारियों को नहीं है खबर चार साल से भवन रहने के बाद भी आंगनबाड़ी केंद्र सेविका के घर में संचालित किया जा रहा है और किसी भी आला अधिकारी को इसकी खबर नहीं है. न तो कोई अधिकारी जांच करते हैं और न ही बच्चों की सुध लेते हैं. परिजनों को सताता है डर आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले बच्चों के परिजनों को हमेशा डर सताते रहता है. परिजनों का कहना है कि इस व्यवस्था में बच्चों को पढ़ने में काफी परेशानी और मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. बेगूसराय से जितेंद्र की रिपोर्ट