Bihar Elections 2025: इस एक्जिट पोल बन रही तेजस्वी की सरकार, जानिए महागठबंधन को मिल रही कितनी सीट? Bihar Assembly Election 2025 : 15 बाहुबली उम्मीदवारों की सीटों पर कांटे की टक्कर, जानें कौन आगे कौन पीछे; अनंत, रीतलाल, हुलास, शिवानी और ओसामा के सीटों का हाल भी जानें Bihar News: बिहार के इस जिले में फिर पैर पसार रहा डेंगू, अब मिले इतने मरीज Bihar Election : एग्जिट पोल पर RJD का पलटवार: बोले– भाजपा की साजिश, 18 नवंबर को तेजस्वी लेंगे शपथ Patna News: पटना में प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने बढ़ाई लोगों की मुसीबत, AQI पहुंचा 300 के पार Bihar Election 2025: इन विधानसभा क्षेत्रों में 25 साल बाद हुआ मतदान, नक्सल प्रभावित इलाकों में भी हुई जोरदार वोटिंग; जानें क्या रही वजह Bihar Election 2025: बिहार में अब मतगणना की बारी, 46 केंद्रों पर तीन लेयर में कड़ी सुरक्षा, 14 नवंबर को खुलेगा EVM का राज Bihar Election 2025: बिहार में इस बार वोटिंग बनी जनआंदोलन, इन वजहों से बढ़ा मतदान प्रतिशत; जानें बिहार चुनाव में महिलाओं का जलवा: 9% ज्यादा वोट डाल पुरुषों को पछाड़ा, रिकॉर्ड 67% मतदान पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी नहीं कर सकते: झारखंड हाईकोर्ट का बड़ा फैसला
1st Bihar Published by: Updated Thu, 13 Jan 2022 04:27:05 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: औरंगजेब से सम्राट अशोक की तुलना करने वाले नेता दया प्रकाश सिन्हा के खिलाफ पटना के कोतवाली थाने में केस दर्ज कराया गया है। सम्राट अशोक पर गलत स्टेटमेंट दिए जाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। बीजेपी के कार्यालय प्रभारी ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि दया प्रकाश सिन्हा ने बीजेपी पार्टी का गलत इस्तेमाल किया है। इसी को लेकर बीजेपी ने गुरुवार को उनके खिलाफ केस दर्ज कराया है।
उन्होंने बताया कि दया प्रकाश सिन्हा ना तो पहले भाजपा मे थे और ना ही आज हैं। भाजपा में तो कल्चरल सेल भी नहीं है। उन्होंने बताया कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कोतवाली थाना में उनके खिलाफ मुकदमा दायर किया है। गलत बयानबाजी को लेकर केस दर्ज कराया गया है। सम्राट अशोक को लेकर दया प्रकाश सिन्हा ने बयान देकर बीजेपी को बदनाम करने का काम किया है।
बता दें कि दया प्रकाश सिन्हा रिटायर्ड आईएएस अफसर, लेखक और नाटककार हैं। वे संघ से जुड़े साहित्यकार भी हैं और वर्तमान में बीजेपी की कल्चरल सेल के राष्ट्रीय संचालक बताए जा रहे हैं। वे इंडियन काउंसिल ऑफ कल्चरल रिलेशन के उपाध्यक्ष भी हैं। उन्हें कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के चलते भारत सरकार ने 2020 में पद्मश्री से भी नवाजा गया था। हाल ही में उन्हें अपने नाटक 'सम्राट अशोक' के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला।
उनके बयान के सामने आने के बाद जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इस बयान की निंदा की थी। दया प्रकाश सिन्हा से पद्मश्री पुरस्कार वापस लिए जाने की मांग ललन सिंह ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की। ललन सिंह ने कहा कि ऐसे व्यक्ति किसी सम्मान के लायक नहीं हैं। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
सम्राट अशोक की तुलना औरंगजेब से की करते हुए दया प्रकाश सिन्हा ने कहा था कि जब वे सम्राट अशोक नाटक लिख रहे थे तब कई गहन रिसर्च किए। इसके बाद उन्हें आश्चर्य हुआ कि अशोक और मुगल बादशाह औरंगजेब के चरित्र में बहुत समानता नजर आई। दोनों ने अपनी शुरुआती जिन्दगी में बहुत पाप किए। फिर उन्हें छिपाने के लिए अतिधार्मिकता का सहारा लिया। ताकि उनके पाप पर किसी का ध्यान न जाए। दोनों ने अपने भाई की हत्या की थी और अपने पिता को जेल में डाल दिया था। अशोक ने अपनी पत्नी को जला दिया था, क्योंकि उसने एक बौद्ध भिक्षु का अपमान किया था। दया प्रकाश सिन्हा के इसी बयान पर राजनीति गर्म हो गयी। गुरुवार को बीजेपी ने उनके खिलाफ पटना के कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है।

