PATNA: जन अधिकार पार्टी चलाने वाले पप्पू यादव रविवार को राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित इफ्तार पार्टी में पहुंच गये। सियासी हलके में पहल से ही इस बात पर चर्चा हो रही थी कि क्या वाकई पप्पू यादव को राजद की इफ्तार पार्टी का न्योता मिला है। जवाब इफ्तार पार्टी के दौरान मिल गया। तेजस्वी यादव की बेरूखी ने बता दिया की माजरा क्या है।
रविवार की शाम राबड़ी देवी के आवास पर राजद की इफ्तार पार्टी थी. इफ्तार पार्टी में शामिल होने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ साथ राजद, जेडीयू और कांग्रेस के बडे नेता पहुंचे हुए थे. उसी दौरान पप्पू यादव वहां पहुंचे. इफ्तार पार्टी में पहुंच रहे हर प्रमुख नेता की आगवानी करने के लिए राजद के नेता गेट पर ही मौजूद थे. लेकिन पप्पू यादव खुद अंदर पहुंचे. इफ्तार पार्टी के दौरान जहां राज्य सरकार के कुछ मंत्री मौजूद थे, वहीं बैठ गये।
थोड़ी देर बाद राजद के प्रवक्ता शक्ति यादव वहां पहुंचे. चूंकि इफ्तार पार्टी में पहुंचने वाले हर नेता को शॉल औऱ टोपी पहनाया जा रहा था, लिहाजा शक्ति यादव ने पप्पू यादव के लिए भी शॉल तलाशा. लेकिन उन्हें शॉल नहीं मिला. उसके बाद शक्ति यादव ने जो शॉल खुद ओढ़ रखा था, उसे ही साइड में जाकर उतारा और पप्पू यादव को पहना दिया. उसके बाद शक्ति यादव भी वहां से चले गये।
तेजस्वी ने नहीं दिया भाव
थोड़ी देर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी इफ्तार पार्टी में पहुंचे. पप्पू यादव उनके पास जाकर बैठ गये और उनसे बात करने लगे. इस बीच तेजस्वी यादव की नजर जीतन राम मांझी पर पड़ी. जीतन राम मांझी का अभिवादन करने के लिए तेजस्वी वहां पहुंच गये. तेजस्वी को देख मांझी उठे और पास में बैठे पप्पू यादव भी उठ खड़े हुए. तेजस्वी ने जीतन राम मांझी से दुआ सलाम की. इस बीच पप्पू यादव ने तेजस्वी यादव को प्रणाम किया तो औपचारिकता निभाने के लिए तेजस्वी ने भी एक शब्द बोला. तभी पप्पू यादव ने हाथ मिलाने के लिए आगे बढ़ाया. जीतन राम मांझी से बात कर रहे तेजस्वी ये देख कर थोडे असहज हुए लेकिन एक-दो सेकेंड के लिए हाथ मिला कर फिर जीतन राम मांझी से बात करने लगे।
इसी दौरान तेजस्वी यादव ने अपने लोगों को आवाज देकर शॉल और टोपी लाने को कहा. जब शॉल औऱ टोपी आया तो फिर से जीतन राम मांझी के साथ पप्पू यादव भी उठ खड़े हुए. तेजस्वी यादव ने जीतन राम मांझी को शॉल और टोपी पहनाकर तस्वीरें खिंचवायी और फिर पप्पू यादव की ओर बगैर देखे आगे बढ़ गये. वे चिराग पासवान के पास चले गये जो उसी वक्त राजद की इफ्तार पार्टी में पहुंचे थे. तेजस्वी ने चिराग पासवान को भी शॉल और टोपी पहनाकर स्वागत किया।
ये सारा वाकया वहां मौजूद पत्रकार और दूसरे राजनेता देख रहे थे. आलम ये था कि तेजस्वी की कौन कहे राजद का कोई दूसरा नेता भी पप्पू यादव का हालचाल लेने को तैयार नहीं था. हालांकि जीतन राम मांझी की बार-बार पूछ हो रही थी. खास बात ये भी रही कि पप्पू यादव ने इफ्तार पार्टी में मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी दूर से ही प्रणाम किया. नीतीश कुमार ने वहीं से हाथ उठाकर जवाब दे दिया लेकिन फिर उनकी ओर देखा तक नहीं. असहज पप्पू यादव कुछ देर तक जीतन राम मांझी से बात करते रहे और फिर वहां से निकल गये।