ब्रेकिंग न्यूज़

बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Bihar Police News: बिहार के इस जिले के 24 थानों में नये थानाध्यक्षों की तैनाती, SSP के आदेश पर बड़ा फेरबदल Vaishali-Encounter: मारा गया कुख्यात अपराधी, पुलिस के साथ मुठभेड़ में हुआ ढेर--एसटीएफ का एक जवान घायल Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, डायल 112 के जवानों ने भागकर बचाई जान; 18 लोगों पर केस दर्ज बिहार में जीविका योजना से बदली महिलाओं की जिंदगी, 57 हजार करोड़ का मिला ऋण Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी

बेटी को सरकार ने बनाया दारोगा, थाना इंचार्ज पापा की फर्ज निभाते कोरोना से हुई थी मौत

1st Bihar Published by: Updated Sun, 10 May 2020 01:42:37 PM IST

बेटी को सरकार ने बनाया दारोगा, थाना इंचार्ज पापा की फर्ज निभाते कोरोना से हुई थी मौत

- फ़ोटो

DESK : पापा ने थाना प्रभारी रहते हुए कोरोना महामारी में एक सच्चे कोरोना वॉरियर की तरह ड्यूटी देते हुए अपने जान तक की भी परवाह नहीं की। कंटेनमेंट एरिया में ड्यूटी बजाते हुए वे खुद भी कोरोना पॉजिटिव हो गये। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। अब सरकार ने पापा के अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए बिटिया को पुलिस ऑफिसर नियुक्त किया है।


मध्य प्रदेश के उज्जैन के नीलगंगा थाना प्रभारी यशवंत पाल के थाना क्षेत्र में आने वाली अंबर कॉलोनी के कोरोना पॉजिटिव संतोष वर्मा की 27 मार्च को मौत हो गई थी। इसके बाद इस इलाके को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया गया था और यहां की व्यवस्था खुद यशवंत पाल ने संभाल रखी थी। वे यहां लगातार ड्यूटी दे रहे थे। ड्यूटी के दौरान उन्हे फीवर आया तो उन्होनें अपना कोरोना टेस्ट कराया। 6 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसके बाद उन्हे इंदौर के अरविंदो अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था।  हालांकि यहां उनकी स्थिति में ज्यादा सुधार नहीं हुआ और आखिरकार 21 अप्रैल की सुबह उनकी मौत हो गई थी।


अब मध्य प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए दिवंगत थाना इंचार्ज की बेटी फाल्गुनी पाल को सब-इंस्पेक्टर( दारोगा) नियुक्त किया है। फाल्गुनी अगले सप्ताह से अपनी  ड्यूटी ज्वाइन करेंगी।  फाल्गुनी अब पापा के अधूरे काम को पूरा करेंगी। फाल्गुनी अपने परिवार की जिम्मेदारी के साथ समाज, प्रदेशवासियों की सेवा और विभागीय दायित्वों का दायित्व अपने नाजुक कंधों पर उठाएंगी।


राज्य के गृह और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने फाल्गुनी पाल से वीडियो कॉलिंग पर बात की और उन्हे अनुकंपा नियुक्ति पर सब-इंस्पेक्टर बनने की शुभकामनाएं दी।  इस दौरान नरोत्तम मिश्रा ने फाल्गुनी पाल से कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार गृह विभाग द्वारा उन्हें सब इंस्पेक्टर के पद पर अनुकंपा नियुक्ति दी गई है। साथ ही सरकार ने उनके परिवार को राज्य सरकार की ओर से सुरक्षा कवच के रूप में 50 लाख रुपए, असाधारण पेंशन और स्वर्गीय यशवंत पाल को मरणोपरांत कर्मवीर पदक से सम्मानित करने का एलान किया है।