ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, सेकेंड्री लोडिंग प्वाइंट से होगी आपूर्ति बिहार में MSP पर दलहन-तेलहन खरीद के लिए नई व्यवस्था होगी लागू, बाजार मूल्य की अनिश्चितता से किसानों को मिलेगी राहत Bihar Crime News: बिहार में लूटपाट के दौरान युवक को मारी गोली, घर लौटने के दौरान बदमाशों ने बीच रास्ते में घेरा Bihar News: बिहार के इस जिले में 1000 करोड़ की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई की होगी स्थापना, 200 एकड़ में लगेगा उद्योग...500 लोगों को रोजगार Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान बिहार की बिटिया ने किया कमाल: पुनपुन की कोमल ने चीन में लहराया तिरंगा, ड्रैगन बोट रेस में जीता ब्रॉन्‍ज Air India के एक और विमान में आई तकनीकी खराबी, दिल्ली से यहां जा रही फ्लाइट रद्द

बिहार का अजूबा स्‍कूल : एक कमरे में 5 तक की कक्षाएं, एक ही ब्‍लैकबोर्ड पर हिन्‍दी-उर्दू की हो रही है पढ़ाई

1st Bihar Published by: Updated Sun, 15 May 2022 03:26:44 PM IST

बिहार का अजूबा स्‍कूल : एक कमरे में 5 तक की कक्षाएं, एक ही ब्‍लैकबोर्ड पर हिन्‍दी-उर्दू की हो रही है पढ़ाई

- फ़ोटो

बिहार के एक जिले में अजूबा चौंका देने वाला मामला सामने आया है. यह मामला शिक्षा विभाग की लापरवाही से जुड़ा है. जिसे देखकर बिहार की बदहाल शिक्षा व्‍यवस्‍था का अंदाजा लगाया जा सकता है. बता दें एक प्राइमरी  स्कूल में एक ही कमरे में 1 से लेकर 5 तक की कक्षाएं संचालित हो रही हैं. एक ही क्‍लासरूम में हिन्‍दी और उर्दू भाषाओं की क्लास लगती हैं.


यह मामला कटिहार जिले का है. जहां शिक्षा विभाग की लापरवाही की वजह से खामियाजा सालों से स्कूली बच्चे उठा रहे हैं. जिला के मनिहारी प्रखंड स्थित उर्दू प्राथमिक विद्यालय को साल 2017 में विश्वनाथ चौधरी आदर्श मिडिल स्कूल, आजमपुर गोला में शिफ्ट कर दिया गया था. लेकिन शिफ्ट कर दिए जाने के बाद नई समस्या आ गई है. उक्त मिडिल स्कूल के पास पहले से ही कमरों की कमी थी. एस वजह से प्रशासनिक आदेश के बाद सिर्फ एक ही कमरें में कक्षा एक से लेकर पांच तक के बच्चों को दिया गया था.   


जिसमें हिन्‍दी और उर्दू भाषाओं की कक्षाएं लगती हैं. इतना नहीं है एक ही ब्‍लैकबोर्ड पर एक ही समय में हिन्‍दी और उर्दू के शिक्षक छात्रों को दोनों भाषाओं में पढ़ाते हैं. हिन्‍दी भाषी छात्र एक तो उर्दू भाषा के छात्र ब्‍लैकबोर्ड के दूसरी तरफ देखते हैं.