PATNA: बिहार के सरकारी स्कूलों में शारीरिक शिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए चुने जाने के बाद भी दो सालों से इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को आज नौकरी के बदले धमकी मिल गयी. शारीरिक शिक्षक अभ्यर्थी कह रहे हैं कि शिक्षा मंत्री ने उन्हें धमकी दी है-अगर मीडिया में जाकर बोलेगे तो बहाली में और देर करेंगे. शारीरिक शिक्षक अभ्यर्थी हैरान हैं. सरकार बहाली कर ही नहीं रही औऱ अब मीडिया में अपना दर्द बताने जायेंगे तो नियुक्ति को औऱ टाल दिया जायेगा.
शिक्षा मंत्री से मिलने पहुंचे थे छात्र
दरअसल बिहार के सरकारी स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए 2020 में ही प्रक्रिया पूरी कर ली गयी थी. लेकिन सरकार ने नियुक्ति नहीं की है. लिहाजा सैकड़ो की संख्या में अभ्यर्थी शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी के आवास पर पहुंच गये. वे शिक्षा मंत्री से मिलकर अपनी बात कहना चाह रहे थे. शिक्षा मंत्री ने छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात भी की लेकिन उसके बाद धमकी मिली तो छात्र उग्र हो गए और मंत्री आवास का घेराव किया. छात्रों ने शिक्षा मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वे कह रहे थे कि मंत्री ने उन्हें धमकाया है कि अगर मीडिया के सामने बात की तो बहाली में और देरी होगी.
मंत्री पर आरोप
आज जब शारीरिक शिक्षक अभ्यर्थी शिक्षा मंत्री के आवास पर पहुंचे तो 5 लोगों को बात करने के लिए मंत्री आवास के अंदर बुलाया गया. शिक्षा मंत्री से मिलकर बाहर निकले अभ्यर्थी मोनू रंजन ने मीडिया को बताया-शिक्षा मंत्री ने हमलोगों को धमकाया है. उन्होंने कहा है कि अगर आप लोग मीडिया में यही सब बात बोलेंगे तो आप लोगों की बहाली में और देरी कर देंगे. दूसरे छात्र अनुज राज ने बताया ने कहा कि हमें धमकी दी जा रही है.
इसके बाद नाराज छात्रों ने शिक्षा मंत्री के आवास के सामने हंगामा खडा कर दिया. वे मंत्री के आवास के सामने धरना पर बैठ गये. लेकिन शिक्षा मंत्री आवास में मौजूद पुलिसकर्मियों और वहां पहुंचे दूसरे पुलिस जवानों ने उन सभी अभ्यर्थियों को वहां से हटा दिया. नाराज शारीरिक शिक्षक अभ्यर्थी कह रहे हैं कि वे अब बड़ा आंदोलन करेंगे. ये सरकार बिना आंदोलन कुछ नहीं सुनती है. छात्रों ने मंत्री आवास के बाहर जमकर नारेबाजी भी की.
3 साल से बहाली का इंतजार
हम आपको बता दें कि बिहार के सरकारी स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया 2019 में ही शुरू की गयी थी. नियुक्ति के लिए 16 दिसंबर 2019 को परीक्षा ली गयी थी, जिसका रिजल्ट 11 फरवरी 2020 को आया था. सरकार ने बाद में 14 जुलाई 2020 को परीक्षा का संशोधित रिजल्ट जारी किया था, जिसमें 3523 अभ्यर्थी सफल घोषित हुए थे. सरकार को स्कूलों में शारीरिक शिक्षक के 8386 सीट हैं जिसके लिए सिर्फ 3523 अभ्यर्थी सफल हुए हैं. सरकार उनकी भी बहाली नहीं कर रही है.