1st Bihar Published by: Vikramjeet Updated Tue, 22 Nov 2022 05:26:06 PM IST
- फ़ोटो
HAJIPUR: वैशाली के देसरी थाना क्षेत्र में बीते 20 नवंबर की देर रात अनियंत्रित ट्रक ने सड़क किनारे पूजा कर रहे दर्जनों लोगों को रौंद डाला था। इस हादसे में 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। जांच में पाया गया कि ट्रक ड्राइवर ने शराब पी रखी थी। आरोपी ड्राइवर ने खुद स्वीकार किया कि उसने 40 रुपए में एक ग्लास शराब खरीदकर पी थी। पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने बिहार की सरकार पर जोरदार हमला बोला है। पारस ने कहा है कि बिहार में एक जान की कीमत महज पांच रुपए हैं। नीतीश कुमार को बिहार में पूरी तरह से फेल हो चुके शराबबंदी कानून को वापस ले लेना चाहिए।
वैशाली के देसरी नया गांव पहुंचे केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने कहा कि बिहार में शराबबंदी है ही नहीं। अगर बिहार सरकार से शराबबंदी नहीं संभालती है तो शराब को फिर से शुरू कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए वह कम है। ये पूरी तरह से बिहार सरकार की विफलता का नतीजा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है और खुलेआम शराब की बिक्री हो रही है। उन्होंने अगर बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू होता तो घटना को अंजाम देने वाले ड्राइवर ने 40 रुपए ग्लास शराब नहीं पी होती। ट्रक ड्राइवर ने खुद इस बात को कहा है कि उसने 40 रुपए में एक ग्लास शराब पिया था और 8 लोगों को अपनी गाड़ी से रौंद डाला।
पारस ने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए कहा कि 8 लोगों की हत्या बिहार सरकार की विफलता की देन है। ट्रक चालक ने 40 रुपए के एक ग्लास शराब ने 8 लोगों की जान ले ली। ऐसे में बिहार में एक जान की कीमत मात्र पांच रुपए हैं। नीतीश कुमार पुलिस और प्रशासन को इसके लिए सतर्क करें कि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनर्रावृति नहीं हो। पारस ने कहा कि नीतीश कुमार की शराबबंदी बिहार में पूरी तरह से फेल हो चुकी है। सरकार से अगर शराबबंदी ठीक से लागू नहीं हो पा रही है तो शराब को खोल देना चाहिए।