बेगूसराय में ट्रेन से कटकर 16 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, सिर धड़ से हुआ अलग पूर्णिया में भीषण सड़क हादसा: दो बाइक की टक्कर में तीन युवकों की दर्दनाक मौत मुजफ्फरपुर के SDM को मिली जान से मारने की धमकी, जदयू का पूर्व नेता गिरफ्तार Bihar News: बिहार में टंकी की सफाई के दौरान तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत, दम घुटने से गई जान Bihar News: बिहार में टंकी की सफाई के दौरान तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत, दम घुटने से गई जान Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर फायरिंग, बाल-बाल बचे थानेदार Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर फायरिंग, बाल-बाल बचे थानेदार Bihar News: शिवम हायर एजुकेशन फाउंडेशन और पटेल नर्सिंग कॉलेज में हुआ भव्य स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन Bihar News: कोर्ट में गवाही कराने के लिए बिहार में जल्द शुरू होगी ऑनलाइन एप की सुविधा, लंबित मामलों के निपटारे में आएगी तेजी Bihar News: कोर्ट में गवाही कराने के लिए बिहार में जल्द शुरू होगी ऑनलाइन एप की सुविधा, लंबित मामलों के निपटारे में आएगी तेजी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 20 Sep 2024 03:17:51 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: पड़ोसी राज्यों में लगातार हो रही बारिश के कारण बिहार में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। राज्य की सभी नदियां उफान पर आ गई हैं और नीचले इलाकों मे बाढ़ का पानी घुस गया है। संभावित बाढ़ को लेकर बिहार सरकार की टेंशन बढ़ गई है। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना और वैशाली के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं।
दरअसल, गंगा में उफान आने के बाद राजधानी पटना समेत कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं और कई गांवों में नदी का पानी घुसने के बाद हाहाकार मच गया है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना और वैशाली में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे कर हालात का जायजा लिया। मुख्यमंत्री के साथ कई वरीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि जल संसाधन विभाग पूरी तरह मुस्तैद रहे और लगातार मॉनिटरिंग करते रहे। निचले इलाकों में जहाँ पानी बढ़ रहा है, संभावित परिस्थितियों पर पूरी नजर रखें। जिलाधिकारी सतत् निगरानी करते रहें। उन्होंने कहा कि अभियंतागण पूरी तरह अलर्ट रहें और वरीय पदाधिकारी स्थल पर कैंप करते रहें। आपदा प्रबंधन विभाग सतत् अनुश्रवण करते रहें कि और क्या-क्या करने की जरूरत है ताकि लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो। बाढ़ की स्थिति में प्रभावितों को एस०ओ०पी० के अनुसार पूरी सहायता उपलब्ध करायी जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मानक संचालन प्रक्रिया (एस०ओ०पी०) के अनुसार सभी जिलों एवं संबद्ध विभागों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिये गये हैं जिसका अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि नाव संचालन, पॉलिथिन शीट्स, राहत सामग्री की उपलब्धता, दवा, पशुचारा, बाढ़ आश्रय स्थल, सामुदायिक रसोई, ड्राई राशन पैकेट्स / फूड पैकेट्स, जिला आपातकालीन संचालन केंद्र आदि के संबंध में पूरी व्यवस्था रखें ताकि लोगों को तुरंत राहत पहुँचाया जा सके। निरीक्षण के दौरान उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, सांसद संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार तथा मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार उपस्थित थे।
बता दें कि राज्य में कई जगहों पर गंगा का पानी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। पटना में दीघा घाट, गांधी घाट और हाथीदह में गंगा लाल निशान से ऊपर बह रही है। राजधानी पटना में गंगा के किनारे निचले इलाकों में नदी का पानी फैल रहा है। वहीं पटना के साथ साथ राज्य के अन्य जिलों में हालात बेकाबू हो रहे हैं। मुंगेर में भी गंगा अपने रौद्र रूप में आ गई है। यहां जिला प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है।
उधर, छपरा में भी बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। बिहार और यूपी को जोड़ने वाले जयप्रभा सेतू का एप्रोच पथ पानी में बह गया है। राज्य में छोटी-छोटी नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ा है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। संभावित बाढ़ को देखते हुए सरकार अलर्ट हो गई है और अधिकारियों को चौबीस घंटे हालात पर नजर बनाए रखने को कहा है।