ब्रेकिंग न्यूज़

पति ने हाथ उठाया तो पत्नी ने दी सजा, चाकू से काट दिया प्राइवेट पार्ट, खुद पी लिया तेजाब अरवल में हार्ट अटैक से हेडमास्टर की मौत, गांव में शोक की लहर MUZAFFARPUR: बूढ़ी गंडक में नहाने के दौरान नदी के तेज बहाव में बह गईं 2 बच्चियां, तलाश में जुटी SDRF की टीम Bihar Dsp Transfer: नीतीश सरकार ने एक साथ 61 DSP का किया ट्रांसफर-पोस्टिंग, पूरी सूची देखें.... BIHAR: पटना के VIP इलाकों की सड़कें होंगी चौड़ी, 22.14 करोड़ की योजना मंजूर Patna Crime News: पटना पुलिस के एक्शन से हड़कंप, एकसाथ 216 लोगों को किया अरेस्ट; क्या है वजह? Patna Crime News: पटना पुलिस के एक्शन से हड़कंप, एकसाथ 216 लोगों को किया अरेस्ट; क्या है वजह? Bihar News: नदी में नहाने के दौरान पांच लड़कियां डूबीं, तीन को लोगों ने बचाया; दो की मौत Bihar News: नदी में नहाने के दौरान पांच लड़कियां डूबीं, तीन को लोगों ने बचाया; दो की मौत Success Story: पिता की मौत के बावजूद नहीं हारी हिम्मत, पहले ही प्रयास में पास की UPSC परीक्षा

सावधान! बिहार में वायरल बुखार का कहर जारी, 946 बच्चे पहुंचे हॉस्पिटल, 78 को अस्पताल से मिली छुट्टी

1st Bihar Published by: Updated Wed, 22 Sep 2021 09:49:38 AM IST

सावधान! बिहार में वायरल बुखार का कहर जारी, 946 बच्चे पहुंचे हॉस्पिटल, 78 को अस्पताल से मिली छुट्टी

- फ़ोटो

PATNA : बिहार के कई जिलों में वायरल फीवर अपना कहर बच्चों पर बरपा रहा है. यहां वायरल बुखार से पीड़ित बच्चे मंगलवार को दिन भर अस्पताल पहुंचते रहे. बिहार के विभिन्न जिलों के रहने वाले 946 बच्चे सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए पहुंचे, जिनमें से 50 गंभीर बच्चों को अलग-अलग अस्पतालों में एडमिट कराया गया.


एक ओर वायरल बुखार के कारण कोहराम मचा हुआ है तो दूसरी ओर एक राहत की भी खबर है. राहत की बात ये है कि 78 बच्चों को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी भी मिली है. किसी भी बच्चे में चिकनगुनिया, मलेरिया या अन्य कोई बीमारी के लक्षण नहीं पाए गए हैं. हालांकि बताया जा रहा है कि वायरल पीड़ित बच्चों की जांच में 2 डेंगू से संक्रमित पाए गए हैं. ये बच्चे बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पटना स्थित पीएमसीएच में भर्ती हैं. पूर्णिया जिले में इन दिनों वायरल फीवर के बीच 25 बच्चों के सैंपल जांच में कुल पांच डेंगू और 3 मलेरिया के रोगी निकलने के बाद विभाग अब सतर्क हो गया है.


शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टरों का भी मानना है कि बारिश के साथ बदले मौसम में बीमारियां अचानक से बढ़ गई हैं. इनमें वायरल फीवर और टाइफाइड के मरीजों की संख्या सबसे अधिक है. मरीजों में उल्टी, दस्त, पेट दर्द के लक्षण हैं. आलम यह है कि ओपीडी में मरीजों की कतार लग रही हैं.


जगह जगह दवाओं का छिड़काव कराया जा रहा है. साथ ही बीमारी से बचाव के लिए लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है. इपडिमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला की मानें तो मलेरिया और डेंगू जैसे रोगों से बचने के लिए सावधानी बरतने की आवश्कता है. उन्होंने कहा कि हमने अपने आस पास साफ सफाई रखने की जरूरत है. पानी इकट्ठा होने नहीं देना है. समय समय पर दवाओं का छिड़काव करना है. क्योंकि जमा हआ पानी मच्छर का वाहक होता है. जमें पानी में आप मिट्टी के तेल भी डाल सकते हैं.