छपरा में हत्या के बाद शव को फ्लाईओवर के नीचे फेंका, जेल में तैनात सिपाही पर मर्डर का आरोप BIHAR CRIME: मुजफ्फरपुर की बेटी की शिवहर में हत्या, हत्यारा पति गिरफ्तार वाल्मीकिनगर में VIP आईटी सेल की बैठक में चुनाव को लेकर बनी रणनीति, पार्टी प्रमुख ने सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर दिया जोर Bihar Crime News: रेप और मर्डर केस के दोषी को उम्रकैद की सजा, भारतीय न्याय संहिता के तहत भोजपुर में आया पहला बड़ा फैसला BIHAR: छपरा में गैंगरेप के बाद 9 साल की बच्ची की निर्मम हत्या, स्कूल से घर लौटने के दौरान 5 बहसी दरिंदों ने दिया घटना को अंजाम Bihar Crime News: सनकी पति ने रॉड से पीट-पीटकर ले ली पत्नी की जान, हत्या करने के बाद खुद पहुंचा थाने Bihar Crime News: सनकी पति ने रॉड से पीट-पीटकर ले ली पत्नी की जान, हत्या करने के बाद खुद पहुंचा थाने Bihar Teacher News: पटना में शिक्षकों की पोस्टिंग कब होगी ? पुरूष शिक्षकों का कब होगा स्थानांतरण, ACS एस. सिद्धार्थ ने दी यह जानकारी,जानें... Life Style: पोषक तत्वों से भरपूर है यह सुपरफूड, डाइट में शामिल करने पर होंगे ये फायदे Municipal by-election in Bihar: बिहार में नगर निकाय उपचुनाव की तारीखों का एलान, जानिए.. कब होगी वोटिंग और काउंटिंग?
1st Bihar Published by: Updated Tue, 18 Jan 2022 05:37:44 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार एनडीए में जेडीयू-बीजेपी के बीच घमासान अभी शांत भी नहीं हुआ है कि नया मोर्चा खुल गया है. वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने बीजेपी पर गाली दिलवाने और वीआईपी पार्टी को कमजोर करने का आरोप लगाया है. मुकेश सहनी अब कह रहे हैं कि मेरी तेजस्वी यादव से कोई लड़ाई नहीं है, वे मेरे छोटे भाई की तरह है. मैं कहीं हारता हूं और तेजस्वी जीत जातें हैं तो भी मुझे खुशी होगी.
जमकर बरसे मुकेश सहनी
वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने आज फर्स्ट बिहार से खास बातचीत में कहा कि वे उत्तर प्रदेश में निषाद आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं. लेकिन बीजेपी ने दुश्मनी पाल लिया है. हमने बीजेपी को कहा कि वह उत्तर प्रदेश में निषाद समाज को आरक्षण दे दे तो हम चुनाव मैदान से भी हट जायेंगे. लेकिन बीजेपी मुझे गालियां दिलबा रही है. बीजेपी के सांसद अजय निषाद लगातार मुझे उल्टा-सीधा बोल रहे हैं.
मुकेश सहनी ने कहा कि मुझे इस बात की भी परवाह नहीं है कि बीजेपी मुझे फिर से एमएलसी नहीं बनायेगी. क्या होगा, फिर से रोड पर आय़ेंगे. हम लोग रोड पर उतर कर संघर्ष करने वाले लोग हैं. एमएलसी-मंत्री नहीं रहेंगे तो क्या होगा. फिर से सड़क पर संघर्ष करेंगे.
समय पर जवाब देंगे
मुकेश सहनी ने कहा कि बीजेपी को जितना गाली दिलवाना है दिलवा दे. निषाद समाज इन चीजों को याद रखता है. समय पर उसका जवाब दे दिया जायेगा. बीजेपी को जो जी चाहे वह कर ले, हम अपने मुहिम से पीछे हटने वाले नहीं हैं. मेरे 165 से ज्यादा उम्मीदवार उत्तर प्रदेश में चुनाव लड़ेंगे. वीआईपी पार्टी का लक्ष्य है उत्तर प्रदेश की हर सीट पर कम से कम 15 हजार वोट लाना. ताकि बीजेपी समेत सभी पार्टियों को निषाद समाज की ताकत का अंदाजा हो जाये.
तेजस्वी मेरे छोटे भाई हैं
आपको याद होगा कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन की साझा प्रेस कांफ्रेंस में मुकेश सहनी तेजस्वी यादव को उल्टा सीधा बोल कर बाहर निकल गये थे. लेकिन अब तेवर पूरी तरह से बदले हुए नजर आ रहे हैं. मुकेश सहनी ने आज कहा कि तेजस्वी यादव से मेरी कोई लडाई नहीं है. वे मेरे छोटे भाई की तरह हैं. मैं तो लालू जी की विचारधारा में पला बढ़ा आदमी रहा हूं. मुकेश सहनी ने कहा कि अभी बीजेपी के कुछ नेता कह रहे हैं कि बिहार में वीआईपी विधायक मुसाफिर पासवान के निधन से खाली हुई सीट को वीआईपी को नहीं देंगे और वहां बीजेपी उम्मीदवार उतारेगी. बीजेपी चाहे जो कर ले उसकी परवाह नहीं है. वहां अगर वीआईपी पार्टी का कैंडिडेट नहीं जीतेगा तो तेजस्वी यादव का कैंडिडेट जीतेगा. मुझे खुशी होगी कि मेरे छोटे भाई तेजस्वी यादव का कैंडिडेट जीत गया.
बिहार एनडीए के हाल पर बरसे सहनी
मुकेश सहनी ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में डबल इंजन की सरकार के नाम पर वोट मांगा गया था. लेकिन अब दो बड़ी पार्टियां क्या कर रही हैं. इससे जनता के बीच क्या मैसेज जा रहा है. दोनों आपस में ही लड रहे हैं. मैंने औऱ मांझी जी ने मांग की थी कि एक को-ओर्डिनेशन कमेटी बने. ताकि एनडीए के नेताओं में आपसी बात हो सके. लेकिन कोई आपसी बातचीत नहीं हो रही है. बीजेपी औऱ जेडीयू को सोंचना होगा कि जनता से जो वादे किये थे उसका क्या हुआ.
एमएलसी चुनाव की सभी सीटों पर तैयारी
मुकेश सहनी ने कहा कि उनकी पार्टी ने बिहार में स्थानीय निकाय कोटे से होने वाले एमएलसी के सभी सीटों पर तैयारी की है. अगर एनडीए में तालमेल कर चुनाव लड़ा जाता है तो ठीक है वर्ना वीआईपी पार्टी सभी सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार है. पंचायत चुनाव के समय से ही वीआईपी पार्टी ने बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधियों को समर्थन दिया था औऱ वे जीत कर आये भी हैं. उनका वोट वीआईपी के साथ है.