Narak Chaturdashi 2025: यम का दीपक जलाते समय डाले ये चीजें, यमराज को प्रसन्न करने के लिए इस शुभ मुहूर्त में जलाएं दीप Narak Chaturdashi 2025: यम का दीपक जलाते समय डाले ये चीजें, यमराज को प्रसन्न करने के लिए इस शुभ मुहूर्त में जलाएं दीप Diwali 2025: दिवाली को लेकर फायर डिपार्टमेंट ने बनाया बड़ा प्लान, पटना को 4 जोन में बांटा; 45 पॉइंट्स पर टीमें तैनात Diwali 2025: दिवाली को लेकर फायर डिपार्टमेंट ने बनाया बड़ा प्लान, पटना को 4 जोन में बांटा; 45 पॉइंट्स पर टीमें तैनात Bihar Assembly Election 2025 : मतदाताओं के लिए सी-विजिल एप बनेगा चुनावी पारदर्शिता का हथियार, जानिए क्या है ख़ास Bihar Crime News: 10 करोड़ के सोना लूटकांड में बिहार पुलिस की बड़ी कामयाबी, गिरफ्तारी के बाद चकमा देकर फरार बदमाश अरेस्ट Bihar Assembly Election 2025 : बिहार चुनाव को लेकर आयोग की सख्त निगरानी, केंद्रीय और पुलिस पर्यवेक्षक करेंगे चुनावों की जांच Bihar News: बिहार में छठ घाट पर अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश, लोगों ने भू-राजस्व कर्मी को घेरा; खूब हुआ बवाल Bihar News: बिहार में छठ घाट पर अतिक्रमण को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश, लोगों ने भू-राजस्व कर्मी को घेरा; खूब हुआ बवाल Bihar train accident : कर्मभूमि एक्सप्रेस में बड़ा हादसा, बिहार जा रही ट्रेन से तीन लोग गिरे, 2 की मौत; भीड़ से परेशान हैं यात्री
1st Bihar Published by: Updated Tue, 13 Oct 2020 11:08:50 AM IST
- फ़ोटो
SAMASTIPUR : समस्तीपुर के रोसड़ा विधानसभा क्षेत्र से असली बीजेपी नेता के बजाय एक कार्यकर्ता नामांकन कराने पहुंच गया. उसने धोखे से पार्टी का सिंबल भी ले लिया और उसमें अपना नाम, पिता का नाम भरकर नामांकन कराने अनुमंडल भी पहुंच गया. लेकिन ऐन वक्त पर पूरा मामला सामने आ गया और वो सिंबल रद्द कर पार्टी ने असली नेता को नया सिंबल दिया.
बताया जा रहा है कि रोसड़ा विधानसभा से बीजेपी जिला मंत्री वीरेंद्र कुमार पासवान को उम्मीदवार बनाया है. लेकिन सोशल मीडिया में सूची में वीरेंद्र कुमार पासवान का नाम देखकर दरभंगा का रहने वाला बीजेपी कार्यकर्ता वीरेंद्र पासवान पार्टी कार्यालय पहुंच गया और सिंबल लेकर चला गया. असली नेता जब सोमवार को पार्टी ऑफिस पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि सिंबल तो वीरेन्द्र पासवान ले गए. जिसके बाद बीजेपी नेताओ की होश उड़ गए. सबने बताया कि वीरेंद्र कुमार पासवान तो हमारे साथ हैं फिर कौन टिकट ले गया.
इसके बाद जांच शुरू हुई और बीजेपी के कार्यकर्ताओं को रोसड़ा अनुमंडल कार्यालय पहुंचे, तब पूरे मामले का खुलासा हुआ. दरभंगा के रहने वाले वीरेंद्र पासवान ने सिंबल ले लिया था और उसमें अपना नाम पता भी भर दिया था. इसकी सूचना प्रदेश कार्यालय को दी गई. तब पहले जारी किए गए सिंबल को रद्द करते हुए असली वीरेन्द्र कुमार पासवान के नाम से नया सिंबल जारी किया गया.