PATNA: RRB-NTPC एक्जाम में धांधली के खिलाफ छात्रों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब छात्र संगठनों ने कल यानी 28 जनवरी को पूरे बिहार को बंद करने का फैसला लिया है। छात्रों के इस बंद को महागठबंधन के सभी दलों का भी समर्थन मिल गया है। महागठबंधन के सभी दलों ने छात्रों के बिहार बंद का समर्थन देने का ऐलान कर दिया है।
दरअसल रेलवे परीक्षा में धांधली को लेकर छात्र पिछले चार दिनों से उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान उग्र छात्रों ने गया, आरा और नवादा में ट्रेन को आग के हवाले कर दिया था। इससे पहले पटना के राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर छात्रों ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया था। छात्रों के इस हंगामे की वजह से रेल परिचालन बाधित हो गयी है जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उग्र छात्रों ने इस दौरान सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया था।
जिसके बाद पटना के पत्रकार नगर थाने में खान सर सहित छह शिक्षकों पर केस दर्ज किया गया वही 400 से अधिक अज्ञात पर भी एफआईआर दर्ज कराया गया था। छात्रों के उग्र प्रदर्शन के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने खुद मीडिया के सामने आकर छात्रों को समझाने की कोशिश की और मामले की जांच का आश्वासन दिया। रेल मंत्रालय ने एक कमेटी बनाने का ऐलान कर दिया। इसके बावजूद छात्रों का आंदोलन लगातार जारी है। रेलवे परीक्षा में हुई धांधली के खिलाफ अब छात्रों ने कल यानी 28 जनवरी को बिहार बंद का ऐलान कर दिया है। छात्र संगठनों के बंद का समर्थन अब महागठबंधन के सभी दलों ने किया है।
महागठबंधन की ओर से गुरुवार को संयुक्त रूप से राजद प्रदेश कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस में बिहार बंद को समर्थन देने की घोषणा की गई। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की अध्यक्षता में महागठबंधन के सभी घटक दल के नेता प्रेस कान्फ्रेंस में शामिल हुए। इनमें कांग्रेस, भाकपा, माकपा, भाकपा माले के नेता प्रमुख थे।
इस मौके पर महागठबंधन के नेताओ ने छात्रों की मांगों को जायज बताया और उन मांगों पर त्वरित निर्णय लेने की मांग की। जगदानंद सिंह ने रेलवे को कमजोर करने और उसे निजीकरण की ओर धकेलने का भी आरोप लगाया। जगदानंद सिंह ने कहा कि यह 2 करोड़ 42 लाख छात्रों के भविष्य का सवाल है। छात्रों के आंदोलन में महागठबंधन सक्रिय रूप से शामिल होगा।
कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि यह आंदोलन राजनैतिक दलों का आंदोलन नहीं है बल्कि यह छात्रों का आंदोलन है। बीजेपी की तरफ से राजनैतिक दलों को बदनाम करन की साजिश रची जा रही है। छात्रों की मांगों को जिस प्रकार से दबाने का प्रयास किया जा रहा है उसका कांग्रेस पार्टी विरोध करती है। हम सब बच्चों के साथ हैं।
वही राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने छात्रों के मामले पर कहा कि कोई रोटी मांगता है तो उस पर एफआईआर कर दी जाती है। हम सरकार से कहना चाहते हैं कि इस मामले में संवेदनशीलता दिखाइए। माथा तो आप तोड़ ही दिए दवा परिवार करा रहा हैं। यह लड़ाई और संघर्ष का विषय नहीं है। एफआईआर को खत्म करना ही पड़ेगा।
जगदानंद सिंह ने कहा कि ये उत्तर प्रदेश के चुनाव का इंतजार कर रहे हैं। इस राष्ट्र में चुनाव होते रहते है। चुनाव के लिए इंसान नहीं बना है। इंसान के लिए चुनाव बना है। जनता सरकार को बनाती है ना कि सरकार जनता को खड़ा करती है। इसलिए इसे भूलना नहीं चाहिए। छात्रों की समस्या को दूर करने का प्रयास करना चाहिए और जिन छात्रों पर एफआईआर दर्ज की गयी है उसे वापस लिया जाना चाहिए।