PATNA: केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस को आज अपनी ही जाति के लोगों के जबरदस्त विरोध का सामना करना पड़ा। पशुपति पारस मोकामा के पास घोसवरी के चाराडीह में बाबा चौहरमल महोत्सव में शिरकत करने गये थे। वहां उनके खिलाफ आक्रोश फूट पड़ा। लोगों के भीषण आक्रोश के बीच पारस को पुलिस सुरक्षा में वहां से जैसे-तैसे निकलना पड़ा।
स्थानीय लोगों के मुताबिक घटना आज शाम की है. मोकामा के टाल इलाके में चाराडीह गांव है, जहां पासवान जाति के अराध्य देव चौहरमल का मंदिर है. आज से वहां तीन दिनों के चौहरमल जयंती की शुरूआत हुई है. पशुपति कुमार पारस उसी कार्यक्रम में शिरकत करने गये थे. पारस ने चौहरमल मंदिर में जाकर पूजा की. लेकिन उनके बाहर निकलते ही हंगामा हो गया।
चौहरमल मंदिर के बाहर बडी तादाद में लोग मौजूद थे. पारस के मंदिर से बाहर निकलते ही चिराग पासवान जिंदाबाद के नारे लगने शुरू हो गए. कुछ लोगों ने पशुपति पारस की गाडी को रोकना चाहा. लेकिन पारस काफी संख्या में पुलिस बल के साथ वहां गये थे. उनके साथ मौजूद पुलिसकर्मियों ने नारेबाजी और घेराव कर रहे लोगों को हटाना चाहा. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद लोगों का आक्रोश और भड़क गया. लोगों ने पारस की गाड़ी को घेर लिया. इस बीच कुछ लोगों ने पत्थर भी चलाना शुरू कर दिया।
लोगों ने पशुपति पारस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पुलिस ने जैसे-तैसे केंद्रीय मंत्री की गाड़ी को बाहर निकाला. पारस के काफिले में गये कई दूसरी गाड़ियों को भी भीड़ ने घेर लिया था. पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद उन गाड़ियों को बाहर निकाला. पुलिस की भारी सुरक्षा के बीच पशुपति कुमार पारस वहां से बाहर निकल पाये।
इससे पहले चिराग पासवान भी आज चौहरमल मेले में पहुंचे थे. वहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. बता दें कि मोकामा घोसबरी के चाराडीह के चौहरमल मेले में पूरे बिहार से पासवान जाति के लोग पहुंचते हैं. दशकों तक स्व. रामविलास पासवान उस मेले में शिरकत करते रहे हैं।