चिराग पासवान का बड़ा एलान: हाजीपुर से लड़ेंगे अगला लोकसभा चुनाव, कहा-चाचा को सीट देना सबसे बड़ी गलती

चिराग पासवान का बड़ा एलान: हाजीपुर से लड़ेंगे अगला लोकसभा चुनाव, कहा-चाचा को सीट देना सबसे बड़ी गलती

HAJIPUR: अपने चाचा से ही चोट खाये बैठे चिराग पासवान ने बड़ा एलान कर दिया है. चिराग पासवान ने आज एलान कर दिया कि वे अगला लोकसभा चुनाव हाजीपुर से लडे़ंगे. चिराग ने कहा-मेरे पिता जी ने कहा था कि हाजीपुर सीट मां के समान है. वे अपनी मां को छोड़ कर नहीं जायेंगे. चिराग ने कहा कि पिछले चुनाव में पशुपति पारस को हाजीपुर सीट देना उनकी सबसे बड़ी गलती थी।


हाजीपुर में चिराग ने किया एलान

चिराग पासवान आज हाजीपुर में अपनी पार्टी के मिलन समारोह में शामिल होने गये थे. चिराग ने इस मौके पर 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले का किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में स्व. रामविलास पासवान तय कर चुके थे कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे. चिराग बोले- मेरे पिता और मेरी मां रीना पासवान चाहती थी कि मैं हाजीपुर से चुनाव लड़ूं. मेरे पिता कहते थे कि हाजीपुर सीट मां के समान है, उसे छोड़ना नहीं है।


चाचा को सीट देना सबसे बडी भूल

चिराग बोले- पापा और मां दोनों नहीं चाहते थीं कि पशुपति कुमार पारस हाजीपुर लोकसभा से चुनाव लड़ें. लेकिन मैं दोनों की बातों को ठुकरा कर जमुई से चुनाव लड़ा. मैंने पापा से कहा कि चाचा विधानसभा चुनाव हार चुके हैं. उन्हें हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लडाइये. चाचा भी वैसे ही हाजीपुर का सेवा करेंगे जैसे आपने किया है. चिराग ने हाजीपुर के लोगों से माफी मांगते हुए कहा कि यह मेरी गलती थी. मैंने चाचा के नाम को आगे कर उन्हें हाजीपुर लड़ाने की बात कही थी. चिराग ने कहा कि चाचा को हाजीपुर से चुनाव लड़ाने के लिए भेजना मेरे जीवन की सबसे बड़ी भूल थी।


गौरतलब है कि स्व. रामविलास पासवान के छोटे भाई और चिराग पासवान के चाचा पशुपति पारस अभी वैशाली से सांसद हैं. पारस चिराग को अलग थलग कर खुद केंद्रीय मंत्री बन गये हैं. चिराग अब अपने चाचा को सीधे चुनाव मैदान में चुनौती देंगे. हालांकि पारस अगला चुनाव लडेंगे या नहीं इस पर फिलहाल संदेह बना हुआ है. चर्चा ये है कि पारस अपने बेटे को वहां से उम्मीदवार बना सकते हैं. लेकिन अगर मुकाबले में चिराग उतरे तो हाजीपुर की लड़ाई बेहद दिलचस्प हो जायेगी.