PATNA : स्थानीय निकाय कोटे से बिहार विधान परिषद चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर बीजेपी ने जो फार्मूला लागू किया उस पर लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. पटना पहुंचे चिराग पासवान ने कहा है कि बीजेपी के सामने उसके दूसरे घटक दल गठबंधन में अब बेहद छोटे नजर आ रहे हैं.
चिराग पासवान ने कहा है कि एनडीए के अंदर वह दौर चला गया जब रामविलास पासवान जी की ताकत हुआ करती थी और लोक जनशक्ति पार्टी 4 विधान परिषद सीटों पर चुनाव लड़ा करती थी. आज उनके चाचा पशुपति पारस केवल एक सीट पर गठबंधन के लिए राजी हो गए. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से दिया गया 50-50 का फार्मूला भी नहीं चला. चिराग ने कहा कि उनके चाचा पशुपति पारस हो या फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों का जो कद बना हुआ है वह बता रहा है कि बीजेपी इन लोगों को ज्यादा तरजीह नहीं दे रही.
इतना ही नहीं चिराग पासवान ने एनडीए गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं होने का दावा किया है. चिराग ने कहा है कि मुकेश साहनी हो या जीतन राम मांझी जिस तरह उन्हें साइडलाइन किया गया. यह एनडीए गठबंधन के लिए ठीक नहीं है. पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी जिन सीटों पर खुद को मजबूत पाएगी वहां विधान परिषद चुनाव में उम्मीदवार देगी. चिराग ने कहा कि चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पहले हम उम्मीदवार तय कर लेंगे.
वहीं शराबबंदी को सफल बनाने के लिए सरकारी शिक्षकों को इस काम में लगाये जाने को लेकर चीरफ पासवान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. चिराग ने कहा कि पूरे बिहार को शराब खोजने के काम में लगा दीजिये. किसान, मजदूर, स्टूडेंट बाकी हैं सबको इस काम में लगा दीजिये. और नीतीश कुमार खुद अपने एसी और ब्लोअर वाले कमरे में बैठे रहें.
साथ ही आरआरबी और एनटीपीसी छात्रों के आंदोलन पर चिराग ने कहा कि मेरी पार्टी हमेशा छात्रों और युवाओं के साथ रही है. नीतीश कुमार रोजगार नहीं देते और छात्रों पर लाठियां चलवाते हैं. वहीं चिराग पासवान ने ख़ुशी जाहिर की है कि केंद्र सरकार ने छात्रों की मांग सुनी और फिर से उस पर विचार कर रहा है.