Bihar News: बिहार के इन शहरों में होगा सैटेलाइट टाउनशिप का निर्माण, नियमों की अधिसूचना जारी.. Bihar News: SIR पर सियासी घमासान! तेजस्वी को नोटिस भेजेंगे विजय सिन्हा, कहा- पहले खेल के मैदान से भागे थे अब राजनीति से भागेंगे Bihar News: सड़क हादसे में महिला की मौत, बेटे की हालत गंभीर Bihar News: वेतन न मिलने पर कर्मी ने मैनेजर की बाइक चुराई, पुलिस ने किया गिरफ्तार Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव का बड़ा ऐलान, बिहार विधानसभा चुनाव का कर सकते हैं बहिष्कार; इसी महीने ले सकते हैं फैसला Tejashwi Yadav: “मेयर और उनके देवर के दो-दो ईपिक नंबर, गुजरात के BJP नेता भी बिहार के वोटर बने”, चुनाव आयोग पर तेजस्वी का हमला INDvsPAK: "हमारे जवान घर वापस नहीं आते और हम क्रिकेट खेलने जाते हैं", एशिया कप पर बड़ी बात बोल गए हरभजन सिंह; मीडिया को भी लपेटा Bihar News: CBI की विशेष अदालत में सृजन घोटाले का ट्रायल शुरू, पूर्व DM वीरेन्द्र यादव पर आरोप तय Bihar News: अब बिहार सरकार नहीं बनाएगी नेशनल हाईवे, निर्माण और मरम्मत का जिम्मा NHAI के हवाले Bihar News: बिहार-झारखंड के इन शहरों के बीच फिर होगा स्पेशल ट्रेन का परिचालन, यात्रियों के लिए बड़ी राहत
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 05 Nov 2023 06:55:04 PM IST
- फ़ोटो
MADHUBANI: पटना के गांधी मैदान में पिछले दिनों सीपीआई के मंच से सीएम नीतीश ने गठबंधन के प्रति कांग्रेस के रवैये पर नाराजगी जताई थी और कहा था कि कांग्रेस पांच राज्यों के चुनाव में व्यस्त है, उसे गठबंधन से कोई लेना देना नहीं है। नीतीश के नाराजगी जताने के बाद मीडिया में खबरें आईं कि कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने मुख्यमंत्री से फोन पर बात की है और इसको लेकर तरह तरह के कयास लगाए जाने लगे। कांग्रेस से नीतीश की नाराजगी पर प्रशांत किशोर की प्रतिक्रिया आई है।
जन सुराज यात्रा पर मधुबनी पहुंचे प्रशांत किशोर ने कहा है कि आप बिना किसी नैरेटिव के, बिना किसी विचारधारा के, बिना किसी कार्यक्रम के आप अलग-अलग दलों के नेताओं को एक साथ बैठा देंगे। नेता या दल एक साथ चाय पी सकते हैं, नाश्ता कर सकते हैं, इसके बाद प्रेस वार्ता भी कर सकते हैं, लेकिन उससे जमीन पर कोई असर नहीं हो सकता। दो सालों से बता रहा हूं कि नेताओं के साथ बैठ जाने से गठबंधन की ताकत नहीं बनती।
पीके ने आगे कहा कि इंडी गठबंधन में जो आपस में खींचतान दिख रही है वो तो होना ही था। इन्होंने अपना कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तक शुरू नहीं किया ताकि जनता कुछ समझ पाए। यही कारण है कि नीतीश कुमार ने दो दिन पहले कहा था कि कांग्रेस सीरियस नहीं है। इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी मध्य प्रदेश की घटनाओं पर अपनी राय रख चुके हैं। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा विरोधाभास और अधिक देखने को मिलेगा।
उन्होंने कहा कि अगर आपके पास नैरेटिव नहीं है और जमीन पर जनता से जुड़ने के लिए मुद्दे नहीं हैं तो आपको राजनीतिक सफलता मिल ही नहीं सकती। विपक्षी गठबंधन की पिछले चार महीने में कोई उपलब्धि नहीं है। विपक्षी दल तीन बार मिले और अपना नाम UPA से बदल कर I.N.D.I.A कर दिया है। इसके बाद न तो कोई कार्यक्रम घोषित किया गया और ना ही कोई कार्यक्रम हुआ।