दिल्ली में ब्लास्ट के बाद LNJP हॉस्पिटल पहुंचे अमित शाह, घायलों से की मुलाकात फेसबुक पर LIVE आकर तेजस्वी यादव ने की अपील, “20 साल NDA को मिला, बस 20 महीने हमें दीजिए” दिल्ली धमाके में अब तक 10 लोगों की दर्दनाक मौत, दो दर्जन लोग घायल, PM मोदी ने की अमित शाह से बात दिल्ली धमाके के बाद बिहार में हाई अलर्ट, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने का निर्देश दिल्ली कार ब्लास्ट में 8 लोगों की मौत की पुष्टि, 12 घायल, इलाके में मची अफरा-तफरी Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग से पहले RJD उम्मीदवार का समर्थक 3 लाख कैश के साथ अरेस्ट, मतदाताओं को पैसे बांटने का आरोप Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग से पहले RJD उम्मीदवार का समर्थक 3 लाख कैश के साथ अरेस्ट, मतदाताओं को पैसे बांटने का आरोप Bihar Crime News: बिहार में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले बड़ा एक्शन, नकली नोट और हेरोइन के साथ पकड़ा गया नाबालिग Bihar Crime News: बिहार में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले बड़ा एक्शन, नकली नोट और हेरोइन के साथ पकड़ा गया नाबालिग सिवान में सड़क किनारे मिलीं VVPAT पर्चियां, मनोज झा बोले..दिल बहलाने को ही सही...एक स्पष्टीकरण तो बनता है ना?
1st Bihar Published by: Updated Tue, 18 Oct 2022 03:29:45 PM IST
- फ़ोटो
GAYA : गया के एसएसपी आदित्य कुमार का मामला रफा-दफा कराने वाले शातिर अभिषेक अग्रवाल की गिरफ्तारी के बाद बिहार में राजनीति तेज़ हो गई है। अब हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव दानिश रिजवान ने कह दिया है कि मैंने SSP आदित्य कुमार की गिरफ्तारी की पहले ही मांग की थी। इसके लिए दानिश रिजवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भी लिखा था।
23 जुलाई 2022 को ही दानिश ने सीएम नीतीश को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था कि शराबबंदी तोडने वालों को जब पुलिस गिरफ्तार कर रही है तो आखिर किसके शह पर गया कोर्ट से जमानत खारिज होने के बावजूद अभी तक आदित्य कुमार की गिरफ्तारी नही हुई है। उन्होंने कहा था, हम सभी जानतें हैं कि यदि आज बिहार नशा मुक्ति की ओर आगे बढ रहा है तो उसमें सबसे बड़ा योगदान आपका है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। बडे से बडा नेता हो या और कोई भी शराबियों को आप कहीं से नहीं बख़्शतें। लेकिन गया के पुर्व SSP आदित्य कुमार का नाम जैसे सामने आता है ऐसा प्रतीत होने लगता है कि कहीं ना कहीं से प्रशासनिक अमला उस व्यक्ति को बचाने में लगा हुआ है।
दानिश रिजवान ने कहा था कि किसी के घर पुलिस को सिर्फ शराब होने की सूचना मिल जाए तो उस घर की नई नवेली दुल्हन तक का कमरा खुलवाकर चेकिंग की जा रही है पर शराब माफियाओं के मददगार पुर्व SSP की जमानत याचिका खारिज होने के बावजूद आज तक ना तो उन्हें पुलिस ने पकड़ा ना ही उनके घर पर छापेमारी की गई बल्कि उसके विपरित उन्हें गया जिला बल से दो-दो सुरक्षाकर्मी,गया BMP से खाना बनाने के लिए कूक,टेलर,सफाईकर्मी के अलावा गया BMP से वह तमाम सुविधाएं दी जा रहीं हैं जो बिहार के एक कैबिनेट मंत्री को भी नहीं मिलती है। एक तरफ बिहार पुलिस शराब माफियाओं के मददगारों को दूसरे राज्यों से पकड़कर जेल भेज रही है वहीं दूसरी तरफ कोर्ट की नजर में फरार IPS ऑफिसर को वही पुलिस सुरक्षा मुहैया करा रही है,जो अपने आप में कई सवालों को जन्म दे रही है।