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1st Bihar Published by: Ganesh Samrat Updated Mon, 30 Mar 2020 01:02:09 PM IST
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PATNA : बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरों से निपटने के लिए सरकार लगातार अलर्ट मोड मे हैं।हाई लेवल मीटिंग का दौर लगातार जारी है। तमाम विभागों के आलाधिकारी लगातार बैठकें कर आगे की रणनीति तैयार कर रहे हैं। इस बीच मीटिंग में पहुंचे डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने साफ कर दिया है कि अब कोई बिहार नहीं आएगा।
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि बिहार के बाहर रहने वाले लोग अचानक भारी तादाद में बिहार के बार्डर इलाकों में पहुंच गये थे जिसकी वजह से उन जगहों पर अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया था। आने वाले लोगों को असुविधा हो रही थी। इस वजह से सरकार ने निर्णय लिया कि जो लोग बाहर से पहुंचे हैं उन्हें उनके गावों तक छोड़ा जाए। लोगों को उनके घऱों तक पहुंचाया गया है लेकिन वैसे लोगों को घर जाने के बजाए वहां स्कूलों में बनाए गये कोरेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। वहीं उन्होनें साफ कर दिय़ा कि जिन्हें आना था वे आ गये अब बिहार कोई नहीं आएगा। दरअसल अब वैसे लोगों को वहां की स्थानीय सरकार ही सारी सुविधाएं मुहैया करा रही हैं। साथ ही उन्होनें लोगों से अपील की कि लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए घऱों से बाहर मत निकलिए।
बता दें कि इससे पहले दिल्ली में लाखों की संख्या में बिहार और यूपी के मजदूर सड़कों पर उतर आए थे जिसके बाद वहां अफरा-तफरी की स्थिति बन गयी थी जिसके बाद सरकार ने बसों से उन्हें घर तक पहुंचाने का निर्णय लिया था। ऐसे हालात में बस से घर भेजना वाले सरकार के फैसले पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने नाराजगी जतायी थी और कहा था कि ऐसे में लॉकडाउन टूट जाएगा। बाद में केन्द्र सरकार ने निर्देश देते हुए कहा था कि जो लोग जहां है वहीं रहे उनके देख-रेख की जिम्मेवारी वहां की स्थानी सरकार की है और सभी राज्यों को अपने-अपने बार्डर इलाकों को सील कर राज्य में प्रवेश पर रोक लगाने को कहा था।