शिवहर में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदली, गैस सिलेंडर ब्लास्ट से पंडाल समेत लाखों की संपत्ति जलकर राख Bihar: शादी में नर्तकियों के बीच हर्ष फायरिंग करना पड़ गया महंगा, वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने युवक को दबोचा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 09 Jul 2024 01:25:49 PM IST
- फ़ोटो
DESK: उत्तर प्रदेश के हाथरस में पिछले दिनों सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई लोग घायल हुए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हादसे की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। 9 जुलाई की सुबह एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी। एसआईटी की रिपोर्ट पर सीएम योगी ने बड़ा एक्शन लेते हुए एसडीएम और सीओ समेत 6 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।
दरअसल, बीते 2 जुलाई कोउत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ में आयोजित एक सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। जिसमें 121लोगों की जान चली गई है वहीं दर्जनों लोग घायल हो गए थे।उत्तर प्रदेश सरकार ने हादसे की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी ने अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी है। इस रिपोर्ट में सूरजपाल उर्फ साकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के नाम तक का जिक्र भी नहीं किया गया है।
एसआईटी की रिपोर्ट में 119 लोगों के बयान दर्ज किए गए थे, जिसमें मृतकों के परिजनों और घायलों के अलावा डीएम, एसपी, एसडीएम, सीओ और हादसे वाले दिन ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों के बयान भी शामिल हैं। एसआईटी में आगरा जोन के एडीजी और अलीगढ़ कमीशनर की अगुवाई में जांच चल रही थी।
एसआईटी की रिपोर्ट में आयोजन कमेटी के द्वारा अनुमति से अधिक लोगों को सत्संग में बुलाने, सुरक्षा को लेकर किसी तरह का इंतजाम नहीं करने और अनुमति देने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा स्थल का निरीक्षण नहीं करने को घटना का जिम्मेवार बताया गया था। एसआईटी की रिपोर्ट पर योगी सरकार ने मामले में दोषी पाए गए एसडीए और सीओ समेत 6 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है जबकि अभी कई और लोगों पर गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है।