ब्रिटेन से आने वाले सभी यात्रियों की होगी कोरोना जांच, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया SOP

1st Bihar Published by: Updated Sat, 02 Jan 2021 02:54:33 PM IST

ब्रिटेन से आने वाले सभी यात्रियों की होगी कोरोना जांच, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया SOP

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PATNA :  स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नया SOP जारी किया गया है. ब्रिटेन से 8 जनवरी से 30 जनवरी के बीच आने वाले सभी यात्रियों को देश में आगमन पर स्वभुगतान के आधार पर कोविड-19 जांच करानी होगी और इसके लिए भुगतान भी उन्‍हें स्‍वयं करना होगा. एसओपी में कहा गया है कि साथ ही ब्रिटेन से आने वाले प्रत्येक यात्री को यात्रा से 72 घंटे पहले कराई गई अपनी कोविड-19 जांच की निगेटिव रिपोर्ट लानी होगी.


स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार को जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) में यह बता कही गई है कि ब्रिटेन से आने वाले प्रत्‍येक यात्री को अपने साथ कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट लाना होगा और यह टेस्‍ट रिपोर्ट सफर से 72 घंटे पहले की होनी चाहिए.


कोरोना वायरस के नए स्‍ट्रेन से होने वाले संक्रमण को रोकने के लिए  भारत सरकार ने  23 दिसंबर से 31 दिसंबर तक ब्रिटेन जाने और आने वाले विमानों पर रोक लगा दी थी जो बढ़ाकर 7 जनवरी तक कर दी गई. लेकिन अब 8 जनवरी से दोबारा भारत-ब्रिटेन के बीच उड़ानों की आवाजाही शुरू होने जा रही है. विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि हर सप्‍ताह भारत और ब्रिटेन के बीच केवल 30 उड़ानों का संचालन किया जायेगा.


स्वास्थ्य मंत्रालय के एसओपी में कहा गया है कि "यात्रियों को उड़ान में सवार होने देने से पहले एयरलाइंस कंपनियां उनकी कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट की उपलब्धता सुनिश्चित करें. हवाई अड्डे पर आरटी-पीसीआर जांच या उसकी रिपोर्ट के लिए इंतजार करने वाले यात्रियों के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए."


इसमें कहा गया है कि हवाई अड्डे पर की गई जांच में कोविड-19 नेगेटिव पाये जाने वाले यात्रियों को 14 दिनों के लिए घर पर पृथकवास की सलाह दी जाएगी और संबंधित राज्य या जिला प्रशासन को नियमित रूप से उनकी निगरानी करनी चाहिए. इसमें कहा गया है कि संबंधित राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों से एसओपी के कार्यान्वयन को सुगम बनाने के लिए संबंधित हवाई अड्डों पर हेल्प डेस्क स्थापित करने का अनुरोध किया गया है। डेनमार्क, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इटली, स्वीडन, फ्रांस, स्पेन, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, कनाडा, जापान, लेबनान और सिंगापुर द्वारा ब्रिटेन में सामने आये वायरस के नए प्रकार का पता चलने की जानकारी दी जा चुकी है.