Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर Bihar Election 2025: 'बिहार में सड़कें नहीं थीं, लेकिन बम जरूर फेंके जाते थे', रवि किशन को याद आया जंगलराज का पुराना दौर Bihar Election 2025: चुनावी रंग में रंगा बिहार, पटना पहुंचकर क्या बोलीं चुनाव आयोग की स्वीप आइकॉन नीतू चंद्रा? Bihar Election 2025: चुनावी रंग में रंगा बिहार, पटना पहुंचकर क्या बोलीं चुनाव आयोग की स्वीप आइकॉन नीतू चंद्रा? Aparajit Lohan : दुलारचंद हत्याकांड के बाद बदले गए नए ग्रामीण SP अपराजित कौन हैं ? इस खबर पढ़िए पटना के नए ग्रामीण एसपी की कहानी; आप भी जान जाएंगे क्या है काम करने का तरीका Ayodhya Temple : प्राण प्रतिष्ठा से अलग होगा राम मंदिर निर्माण का पूर्णता समारोह,जानिए क्या है ख़ास तैयारी Bihar Election 2025: आरजेडी उम्मीदवार भाई वीरेंद्र की प्रचार गाड़ी जब्त, चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन Bihar Election 2025: आरजेडी उम्मीदवार भाई वीरेंद्र की प्रचार गाड़ी जब्त, चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन Bihar Elections : सहनी के लिए तेजस्वी ने अपने कैंडिडेट को पार्टी से निकाला, अब गौड़ा बौराम सीट पर किसे समर्थन देंगे लालू यादव हो गया क्लियर Bihar Election 2025: PM मोदी के कैमूर दौरे की तैयारी तेज, इस दिन विशाल जनसभा को करेंगे संबोधित
1st Bihar Published by: Updated Fri, 06 Dec 2019 02:21:29 PM IST
- फ़ोटो
HYDERABAD: हैदराबाद में वेटनरी डॉक्टर से हैवानियत के चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है. इस एनकाउंटर के बाद से पूरे देश में जश्न का माहौल है. कई पॉलिटिकल लीडर्स ने इस एनकाउंटर का समर्थन किया है तो वहीं कई नेताओं ने इस पर सवाल भी खड़े किये हैं. आईए अब आपको बताते हैं कि आखिर अहले सुबह 3:30 बजे ही क्यों पुलिस ने क्राइम सीन को रिक्रिएट किया.
घटना के टाइम पर ही क्राइम सीन होता है रिक्रिएट
एनकाउंटर के समय को लेकर भी पुलिस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. पूर्व आईपीएस वेदभूषण ने इस मामले में मीडिया को बयान देते हुए कहा है कि यह रिक्रिएशन का हिस्सा था और रिक्रिएशन में जिस वक्त घटना होती है, ठीक उसी वक्त और उसी जगह पर पुलिस आरोपी को ले जाकर फिर से घटना का सीन क्रिएट करवाती है. हैदराबाद गैंगरेप कांड की घटना को रात में अंजाम दिया गया था, इसलिए आरोपियों को पुलिस रात में ही घटनास्थल पर ले गई. पूर्व अधिकारी वेदभूषण ने मीडिया को बताया है कि एनकाउंटर से पहले आरोपियों के हाथ में हथकड़ियां नहीं पहनाई गई थी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार खतरनाक अपराधियों के मामले में पुलिस अपील करती है कि उन्हें हथकड़ियां लगाकर रखने की अनुमति दी जाए. लेकिन हैदराबाद के आरोपियों को हथकड़ियां नहीं पहनाई गई थी क्योंकि इनका पहले से फरार होने का कोई रिकॉर्ड नहीं था.
लोगों ने फायरिंग की आवाज सुनी
वहीं इस पूरे मामले पर साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने बताया कि चारों आरोपी पुलिस के साथ एनकाउंटर में मारे गए हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए. हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि कस्टडी में रहे आरोपियों के पास हथियार कहां से आए. वहीं जिस जगह पर एनकाउंटर हुआ, वहां पर सिर्फ एक घर था. उस घर के एक सदस्य ने बताया कि सुबह 4 बजे के आसपास उन्होंने फायरिंग की आवाज सुनी. बाद में लोगों को जब पता चला कि पुलिस ने हैदराबाद के 'हैवानों' को एनकाउंटर में मार गिराया है तब लोगों की भीड़ मौके पर इकट्ठा हो गई. जिसके बाद लोगों ने पुलिसकर्मियों पर फूलों की बारिश की और जश्न मनाया.