DESK: जेडीयू-बीजेपी के बीच बढ़ते घमासान के बीच जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बड़ा बयान दिया है। ललन सिंह ने कहा है कि जो कोई कुछ बोल रहा है तो बात तथ्यपरक होनी चाहिये। बगैर तथ्य के बात नहीं करनी चाहिये। अगर कोई ज्यादा उतावले हैं तो उनके लिए पटना में गांधी मैदान है जाकर वही फरिया लें.
संजय जायसवाल पर निशाना
ललन सिंह ने अपने इस बयान में किसी नेता का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनका इशारा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल की ओर ही था. दरअसल संजय जायसवाल ने जहरीली शराब से लेकर सम्राट अशोक मामले को लेकर जेडीयू को तीखा जवाब दिया है. ललन सिंह से संजय जायसवाल के बयान पर ही सवाल पूछा गया था उन्होंने बगैर नाम लिये जवाब दिया.
प्रधानमंत्री को बीच में लायेंगे
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने आज जेडीयू को चेताया था कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को किसी विवाद में नहीं ढकेले वर्ना बीजेपी के 76 लाख सदस्य जवाब देने के लिए तैयार हैं. ललन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री से मांग करना बिल्कुल सही है. सम्राट अशोक के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले दया प्रकाश सिन्हा की पुरस्कार वापसी की मांग प्रधानमंत्री से ही की जा सकती है. ललन सिंह ने कहा कि अकेले प्रधानमंत्री ही सक्षम हैं जो पुरस्कार की वापसी करा सकते हैं. देश के हर व्यक्ति को अधिकार है कि वह प्रधानमंत्री के समक्ष अपनी बात रख सकता है. फिर इसमें किसी को क्यों आपत्ति हो रही है.
शराबबंदी तो लागू ही रहेगी
ललन सिंह ने शराबबंदी को लेकर भी बीजेपी को कठघरे में खड़ा किया. नाम तो नहीं लिया लेकिन कहा कि शराबबंदी पर बोलने वाले यह भूल गए कि उन्होंने इस बारे में शपथ ले रखी है. विधानसभा में सभी पार्टियों ने शराबबंदी की शपथ ली थी. इसलिए शराबबंदी पर कुछ भी बोलने से पहले सोंच लें. ललन सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट भी ये कह चुका है कि शराब पीना किसी का मौलिक अधिकार नहीं है.