Life Style: गर्मियों में इसके पत्तों का सेवन क्यों है जरूरी? जानिए.. इसके 5 चमत्कारी फायदे Samastipur Snake Catcher: नहीं रहे 'सांपों के मसीहा' जय सहनी, जिनकी जिंदगी बचाने को रहते थे हमेशा तत्पर, उन्हीं में से एक ने ले ली जान Parent-child relation: बच्चों को शर्मिंदा कर देती हैं पैरेंट्स की ये आदतें, जानिए क्यों बच्चे बनाने लगते हैं दूरियां Bihar Assembly Election 2025: जहानाबाद में बिछने लगी बिसात...NDA में किसके खाते में जाएगी सीट ? दर्जन भर हैं दावेदार..किनका टिकट होगा फाइनल,जानें... IPL2025: "हमें विनम्र बने रहने की जरुरत", अंकतालिका में टॉप पर जाने के बाद हार्दिक और सूर्या का बड़ा बयान, फैंस बोले "ये दोनों MI के पिलर हैं" Made in India: डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ वॉर के बाद अमेरिका में 'मेड इन इंडिया' की गूंज! Gold theft jewellery shop: थानेदार बनकर आया, लाखों के गहने ले उड़ा, CCTV फुटेज देख दंग रह गया दुकानदार! Bihar Politics: "नीतीश को साइडलाइन करने की हिम्मत किसी में नहीं": मनोज तिवारी.. चिराग के भविष्य और पवन सिंह के BJP में आने पर भी बोले Road Accident Death : कुछ महीने पहले हुई थी शादी, अब सड़क हादसे में सुप्रीम कोर्ट के वकील की मौत,पत्नी घायल Caste Census: बिहार चुनाव और पहलगाम हमले से है जातीय जनगणना का कनेक्शन? विपक्ष के तीखे सवालों के बाद जनता सोचने पर मजबूर
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 07 Apr 2024 06:09:35 PM IST
- फ़ोटो
DESK : कहते हैं जिन्दगी का कोई भरोसा नहीं होता। शरीर कब साथ छोड़ दे, पता नहीं। हम बात कर रहे हैं 80 साल के बुजुर्ग नारायण सिंह रघुवंशी की। जिन्होंने पहली बार अपना जन्मदिन सेलिब्रेट किया, लेकिन उनका 80वां जन्मदिन उनके लिए आखिरी जन्मदिन साबित हुआ। अपने परिवार के सदस्यों और संगी-साथियों के साथ मिलकर उन्होंने केक काटा और सभी को केक और मिठाईयां भी खिलाई। रातभर लोगों ने खूब मस्ती की। बर्थडे पर लोगों ने डांस भी किया।
इस दौरान बुजुर्ग भी जमकर झूमे। बर्थडे पार्टी में आए मेहमान जब अपने-अपने घर चले गये तब नारायण सिंह सोने चले गये जो फिर कभी उठ नहीं पाए। अगली सुबह वह नहीं देख पाये। बर्थडे मनाने के कुछ ही घंटों बाद उनकी मौत हो गयी। उन्होंने दुनियां को अलविदा कह दिया।
मामला मध्य प्रदेश के खरगोन इलाके की है। जहां पहाड़सिंहपुरा निवासी नारायण सिंह ने पहली बार अपना जन्मदिन मनाया था। 80 साल की उम्र होने के बाद पहली बार मनाया गया बर्थडे यादगार बन गया। लेकिन अगली सुबह ही उन्होंने दम तोड़ दिया। उनके लिए यह बर्थडे पहला और अंतिम साबित हुआ। उनके इस तरह छोड़कर जाने से बर्थडे में शामिल उनके सभी साथी और परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं। पूरा परिवार गम के माहौल में हैं।
दरअसल, बर्थ-डे पार्टी के बाद जब वह सोने चले गये तब रात के 3 बजे अचानक उन्हें हर्ट अटैक का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गयी। बुजुर्ग की मौत की खबर मिलने के बाद लोगों को इस बात का विश्वास नहीं हो रहा था। जो कल रात में उनके साथ बर्थडे पार्टी सेलिब्रेट कर रहे थे, उन्हें भी इस बात पर यकीन नहीं हुआ। फिर उनके घर पहुंचे तब पता चला कि उनका साथ छोड़कर वह बुजुर्ग चले गये हैं।
जिसके बाद परिवार के सभी सदस्य और नारायण सिंह के साथी कुंदा स्थित मुक्तिधाम में उनके अंतिम संस्कार में हिस्सा लिया और नम आंखों से उन्हें विदाई दी। अंतिम यात्रा में भारी संख्या में लोग मुक्ति धाम पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। उनके साथियों का कहना था कि उन्होंने कभी यह सोचा नहीं था कि नारायण सिंह के 80वां जन्मदिन पर उन्हें बधाई देने जाएंगे और उसी दिन वह दुनिया को छोड़कर चले जाएंगे।