‘कुश’ वोट खिसकने से बेचैन नीतीश? कुशवाहा लोगों की सभा में कहा-दिल्ली वाला आकर कुछ जातियों को कब्जा करने में लगेगा, दो दर्जन दफे कहा-सचेत रहियेगा

‘कुश’ वोट खिसकने से बेचैन नीतीश? कुशवाहा लोगों की सभा में कहा-दिल्ली वाला आकर कुछ जातियों को कब्जा करने में लगेगा, दो दर्जन दफे कहा-सचेत रहियेगा

PATNA: पहले उपेंद्र कुशवाहा के जेडीयू छोड़ने और फिर सम्राट चौधरी को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने के बाद चर्चा यही है कि नीतीश कुमार का लव-कुश समीकरण टूट गया. लव यानि कुर्मी और कुश मतलब कुशवाहा.आज इसकी बेचैनी नीतीश कुमार के भाषण में भी झलक गयी. नीतीश कुमार ने आज लोगों से कहा- दिल्ली वाला आकर कुछ जातियों पर कब्जा करने में लगेगा. उससे बचियेगा, सचेत रहियेगा. आप लोगों को सब काम हर किये हैं. इस सभा में नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में लगभग दो दर्जन बार लोगों को कहा-सचेत रहियेगा. मन नहीं भरा तो लोगों से हाथ उठवाया कर इसकी पुष्टि करायी कि वे सचेत रहेंगे।


ये मौका था सम्राट अशोक की जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम का. सम्राट अशोक की जयंती पर पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में कुशवाहा जाति को जुटाया गया था. नीतीश कुमार ने उस कार्यक्रम में मंच से कहा-“कई लोग तो सम्राट अशोक का नाम ले-लेकर राजनीतिक चक्कर में रहता है. कुछ फेरा में है. कुछ आज कल देखियेगा, सचेत रहियेगा. कुछ ही दिन के बाद होगा. सब आज तक तो सम्राट अशोक का हम लोग किये हैं. अब आ जायेगा दिल्ली से और कहेगा कि सम्राट अशोक का हमलोग कर रहे हैं. कुछ नहीं किया है लेकिन कहेगा. क्लेम करेगा और उसके बाद कुछ जातियों को कब्जा करने में लगेगा. इ सब चक्कर से बचियेगा.” 


बता दें कि कुशवाहा जाति के लोग सम्राट अशोक को अपना पूर्वज मानते हैं. नीतीश कुमार सम्राट अशोक जयंती के बहाने जुटाये गये कुशवाहा जाति के लोगों के बीच अपनी उपलब्धियां गिनायीं. कैसे सम्राट अशोक के नाम पर काम किया. लेकिन बीजेपी पर लगातार निशाना साधते रहे-“सम्राट अशोक के नाम पर इन सब चीजों को करने के बाद हम कुछ कहें हैं क्या? किसी जाति पर आधारित बात किया है कभी? लेकिन कुछ लोग चक्कर में रहता है आजकल. जिनको आजादी से मतलब नहीं था. आज कल जिनको मौका मिला है, वे बायें-दायें करते रहेंगे. उनसे सचेत रहियेगा.” 


सम्राट अशोक से सिर्फ हमारा लगाव

नीतीश कुमार सम्राट अशोक के बहाने ये साबित करने में लगे रहे कि वे ही कुशवाहा समाज के हमदर्द है. मंच से नीतीश का भाषण जारी रहा-“उन लोगों को किसी से लगाव है? अपने से लगाव है. बापू को भी जो खत्म कर दिये. इसलिए ध्यान रखियेगा. यहां जितना काम हो रहा है सब हम लोग कर रहे हैं. केंद्र से अगर काम हुआ तो अटल बिहारी वाजपेयी जी के समय हुआ. उनका नाम लेता है. सब एक-दो लोग सिर्फ अपना नाम प्रचारित करता है. हम जो-जो काम किये हैं उनसे किसी का लेना-देना है. सिर्फ नाम सम्राट अशोक का ले लेगा औऱ बायें-दायें करने के चक्कर में आप पर कब्जा करने के फिराक में रहेगा. सचेत रहियेगा.” 


सम्राट अशोक की जयंती पर कुशवाहा समाज के लोगों की मीटिंग में नीतीश कुमार ने लगभग दो दर्जन बार लोगों से कहा कि सचेत रहियेगा. दिल्ली वालों सचेत रहियेगा. सिर्फ बोलने से तसल्ली नहीं हुई तो उनके हाथ उठवाया. कहा-हाथ उठाकर कहिये कि सचेत रहियेगा. जाहिर तौर पर ये बेचैनी ही थी कि मुख्यमंत्री को एक मीटिंग में लगभग दो दर्जन बार लोगों से कहना पडा कि सचेत रहियेगा.